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‘पाकिस्तान से आतंकवाद को बढ़ावा देना असली मुद्दा’, भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी पर MEA का आया बयान

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान से आतंकवाद को बढ़ावा देना सबसे बड़ा मुद्दा है। अमेरिका में भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी की गिरफ्तारी को लेकर MEA का बयान सामने आया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान पर निशाना साधा और भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी पर भी बड़ा बयान दिया। MEA ने कहा कि दुनिया स्पष्ट रूप से जानती है कि असली मुद्दा पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है। वास्तव में यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी बाधा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि अमेरिका में भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में न तो अमेरिकी सरकार और न ही सूरी ने विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है। अमेरिकी सरकार की ओर से भी किसी प्रकार की कोई इन्क्वायरी नहीं की गई है। अगर भारतीय रिसर्चर की तरफ से कोई संपर्क साधा जाता है तो वे तब अपनी प्रतिक्रिया देंगे। यह भी पढ़ें : USAID India Row: ट्रंप के दावे से भारत में हलचल, विदेश मंत्रालय ने कहा- ये काफी चिंताजनक, हो रही है जांच

यूक्रेन-रूस संघर्ष पर भारत का रुख जगजाहिर है : MEA

MEA ने आगे कहा कि यूक्रेन-रूस संघर्ष पर देश का रुख सबको पता है। भारत ने हमेशा से इस युद्ध के स्थायी समाधान पर पहुंचने या उसे खोजने के लिए बातचीत और कूटनीति के माध्यम से दोनों पक्षों के बीच ईमानदार और व्यावहारिक जुड़ाव की वकालत की है। जहां तक हमास का सवाल है तो भारत उस संगठन के बारे में क्या सोचता है ये जगजाहिर है। यानी भारत हमास को आतंकी संगठन नहीं मानता, लेकिन उसके कार्यकलापों को आतंकी प्रयास मानता है।

द्विपक्षीय व्यापार पर वार्ता कर रहे भारत-यूएस : विदेश मंत्रालय

उन्होंने आगे कहा कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं। दोनों सरकारें BTA के लिए एक रूपरेखा बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं, जिसका उद्देश्य व्यापार का विस्तार करना, बाजार पहुंच को बढ़ाना, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना होगा। भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभकारी बहुक्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए विभिन्न स्तरों पर अमेरिकी प्रशासन के साथ संपर्क में है। यह भी पढ़ें : कंगना रनौत की फिल्म Emergency का यूके में विरोध, भारत बोला- ये अभिव्यक्ति की आजादी का हनन

पीएम मोदी-मोहम्मद यूनुस की मुलाकात पर MEA का बयान

यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी BIMSTEC शिखर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात करेंगे? इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस समय उनके पास शेयर करने के लिए कोई अपडेट नहीं है।


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