ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पाकिस्तान को जानकारी देने के मामले को लेकर हंगामा मचा हुआ है। दरअसल, राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि पाकिस्तान को हमारी कार्रवाई के बारे में बताना एक बड़ा अपराध है, विदेश मंत्री ने खुद इस बात को स्वीकार किया है, लेकिन किसने उन्हें ऐसा करने की इजाजत दी थी। इस वजह से भारत ने कितने एयरक्राफ्ट खो दिए। अब राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्रालय के एक्सटर्नल पब्लिसिटी डिवीजन (XP Division, MEA) ने सफाई दी है।
क्या कहा विदेश मंत्रालय के XP Division ने?
विदेश मंत्रालय के एक्सटर्नल पब्लिसिटी डिवीजन (XP Division) ने कहा कि, 'विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था कि हमने पाकिस्तान को शुरुआत में ही चेतावनी दे दी थी, जो स्पष्ट रूप से ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होने के बाद का शुरुआती चरण है। इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है कि यह शुरुआत से पहले की बात है। तथ्यों को पूरी तरह से गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
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क्या है पूरा मामला?
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार (17 मई, 2025) को विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एस जयशंकर पर देश को धोखा देने का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग कर दी। राहुल गांधी ने एक निजी न्यूज चैनल का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, 'हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया। उन्हें ऐसा करने के लिए किसने अधिकृत किया? इसके परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए?'जयराम रमेश ने जयशंकर के इस्तीफे की मांग की
वहीं, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर एस जयशंकर का इस्तीफा मांगा। उन्होंने पोस्ट कर लिखा, 'विदेश मंत्री- अपने अमेरिकी समकक्ष की ओर से किए जा रहे दावों का जवाब तक नहीं देते हैं, उन्होंने एक असाधारण रहस्योद्घाटन किया है। वह अपने पद पर कैसे बने रह सकते हैं, ये समझ से परे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून, 2020 को चीन को सार्वजनिक रूप से क्लीन चिट दे दी और हमारी बातचीत की स्थिति खत्म कर दी। जिस शख्स को उन्होंने विदेश मंत्री के तौर पर नियुक्त किया, उसने इस बयान से भारत को धोखा दिया है।'जयशंकर ने क्या कहा था?
एस. जयशंकर को इस वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को एक संदेश भेजा था, जिसमें कहा गया था कि हम आतंकवाद के ढांचे पर हमला कर रहे हैं और हम सेना पर हमला नहीं कर रहे हैं। इसलिए (पाकिस्तानी) सेना के पास कुछ नहीं करने और इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने का विकल्प है। उन्होंने अच्छी सलाह नहीं लेने का फैसला किया।’ हालांकि, पीआईबी ने इन दावों को खारिज किया है कि जयशंकर ने कहा था कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पहले पाकिस्तान को सूचित किया था। पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि विदेश मंत्री ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है और उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।---विज्ञापन---