Mangaluru Blast Case: कर्नाटक के मंगलुरु शहर में ऑटो रिक्शा में हुए धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी जा सकती है। बता दें कि रविवार को कर्नाटक के गृह मंत्री और डीजीपी ने मामले में टेरर लिंक की बात कही थी।
सोमवार को एडीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए जांच में पता चला है कि ऑटो के अंदर बैठे यात्री के पास एक बैग था जिसमें कुकर बम था। कुकर बम में विस्फोट के बाद यात्री के साथ-साथ ऑटो चालक भी झुलस गया। ऑटो चालक की पहचान पुरुषोत्तम पुजारी जबकि यात्री की पहचान शारिक के रूप में हुई है।आरोपी के खिलाफ पहले से दर्ज हैं मामले
आलोक कुमार ने बताया कि आरोपी शारिक के खिलाफ पहले से तीन मामले दर्ज हैं। आरोपी के खिलाफ मंगलुरु शहर में दो जबकि शिवमोग्गा में एक मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी पर दो मामलों में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था जबकि तीसरे मामले में वह वांक्षित था और लंबे समय से फरार था। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि आरोपी के घर की तलाश ली गई है। तलाशी में काफी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माचिस, नट बोल्ट, सर्किट मिले हैं। हमें पता चला है कि आरोपी ने कुछ खरीदारी ऑनलाइन और कुछ अन्य चीजें ऑफ़लाइन खरीदी थी। इस संबंध में हम जांच पड़ताल कर रहे हैं।तमिलनाडु बम विस्फोट मामले से है आरोपी का कनेक्शन!
बता दें कि धमाके के एक दिन बाद कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद ने कहा था कि शारिक ने हाल ही में तमिलनाडु की यात्रा की थी। 23 अक्टूबर को तमिलनाडु के कोयम्बटूर में एक मारुति 800 के अंदर एक एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट हुआ था। विस्फोट कोट्टई ईश्वरन मंदिर के पास हुआ था, जिसमें एक 25 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी, जिसकी पहचान जमीजा मुबीन के रूप में हुई थी। बाद में जांच को एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया था। असम के मूल निवासी अज़ीम रहमान को मंगलुरु विस्फोट के सिलसिले में तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के नागरकोइल में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। कहा जा रहा है कि अज़ीम और शारिक के बीच बातचीत होती थी।शारिक के जानने वालों के ठिकानों पर छापेमारी
इस बीच, कर्नाटक के शिवमोग्गा में शारिक से संबंध रखने वाले लोगों के चार ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इस साल सितंबर में पुलिस ने भद्रावती से माज और यासीन नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था और उनके घर से विस्फोटक सामग्री बरामद की थी। पुलिस को संदेह है कि दोनों व्यक्ति शारिक के लिए काम कर रहे थे।---विज्ञापन---
---विज्ञापन---