Maha Kumbh 2025 Amrit Snan Security Measures: महाकुंभ में कल यानी सोमवार को वसंत पंचमी के मौके पर तीसरा अमृत स्नान होगा। इस दौरान 4-5 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। 29 जनवरी को संगम तट पर मची भगदड़ के बाद यह पहला अमृत स्नान है। ऐसे में योगी सरकार ने महाकुंभ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है, जिससे फिर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा न हो सके।
लखनऊ से आए 7 अधिकारी
मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के मद्देनजर महाकुंभ के मेला क्षेत्र में कई बदलाव किए गए हैं। लखनऊ से 7 पुलिस अधिकारियों को मेले में तैनात किया गया है। इसके अलावा ड्रोन, कैमरों और CCTV की मदद से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। आपदा प्रबंधन बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है। वहीं स्नान के लिए खास ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया गया है। संगम नगरी के सभी घाटों पर NDRF की टीम और गोताखोर तैनात थे। इसके अलावा महाकुंभ में एंबुलेंस और अस्थायी अस्पताल भी बनाए गए हैं।
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एंट्री और एग्जिट में बदलाव
महाकुंभ में नए ट्रैफिक नियम लागू करते हुए प्रशासन ने सभी गाड़ियों की एंट्री बंद कर दी है। VVIP पासों को भी पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। कोई भी VVIP पास दिखाकर महाकुंभ में गाड़ी नहीं ले जा सकता है। इसके अलावा प्रमुख मार्गों को वनवे बना दिया गया है। श्रद्धालु काली सड़क से मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे और त्रिवेणी मार्ग से वापसी करेंगे। सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर सुरक्षाबलों की पैनी नजर है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई हैं।
44 घाटों पर डुबकी लगाएंगे श्रद्धालु
संगम नोज पर भीड़ कम करने के लिए 44 घाट बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा सकेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ही महाकुंभ का दौरा किया है। सभी सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर से मेला क्षेत्र की निगरानी की है। बता दें कि वसंत पंचमी का अमृत स्नान आज यानी रविवार सुबह 9:14 बजे से शुरू होकर सोमवार की शाम 6:52 बजे तक चलेगा। वहीं उदयातिथि के कारण सोमवार को ही अमृत स्नान का मुख्य दिन माना गया है।
भगदड़ के बाद हुआ बदलाव
इससे पहले 29 जनवरी को महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान देखने को मिला था। मौनी अमावस्या के इस मौके पर 7 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। हालांकि संगम नोज पर बैरिकेडिंग टूटने के कारण अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुखद घटना के बाद प्रशासन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। यही वजह है महाकुंभ की सुरक्षा पहले से कई गुना बढ़ा दी गई है।
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