3 राज्य…130 लोकसभा सीटों पर बदले राजनीतिक समीकरण, INDIA को भारत न्याय यात्रा से मिलेगी संजीवनी
Congress Bharat Nyay Yatra : देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 निकलेगा। पार्ट-2 का नाम भारत न्याय यात्रा है। इस यात्रा से लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को भी संजीवनी मिलेगी। भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों से होकर गुजरेगी, जिनमें कुल 355 लोकसभा सीटें आती हैं। इन 14 राज्यों में से सबसे महत्वपूर्ण स्टेट बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र है, जहां पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में सियासत कुछ और थी और 2024 के चुनाव में राजनीति कुछ रहने वाली है। आइये इन 3 राज्यों में बदलते चुनावी समीकरण के बारे में समझते हैं।
बिहार की राजनीति में आया बदलाव
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को कई राज्यों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। चुनौती वाले राज्यों में बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र आते हैं, जिनमें कुल 130 लोकसभा सीटें हैं। अगर बिहार की बात करें तो 2019 के चुनाव में भाजपा ने जेडीयू और लोजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। बिहार में एनडीए ने 40 में से 39 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन अब नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सदस्य बन गए हैं। इस बार बिहार में इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस, जेडीएस, जेडीयू और लेफ्ट एक साथ मिलकर चुनावी ताल ठोंक सकते हैं और एनडीए के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: 14 जनवरी…14 राज्य…6200 KM…कांग्रेस की ईस्ट टू वेस्ट भारत न्याय यात्रा
महाराष्ट्र में होगा भारत न्याय यात्रा का समापन
अगर महाराष्ट्र की बात करें तो यहां की राजनीति में पिछले दिनों काफी उथलपुथल देखने को मिला है। शिवसेना और एनसीपी दो फांड में बंट गई है। दोनों पार्टी में एक-एक धड़ा एनडीए से जुड़ गया है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। एनडीए ने 48 सीटों में से 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। अभी महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। शिवसेना से उद्धव ठाकरे का गुट और एनसीपी से शरद पवार गुट अब इंडिया अलायंस में शामिल हो गया है। महाराष्ट्र की जनता असली शिवसेना उद्धव ठाकरे और असली एनसीपी शरद पवार को ही मानती है। लोकसभा चुनाव 2024 में नए समीकरण के तहत इस राज्य में इंडिया गठबंधन को मजबूती मिल सकती है, इसलिए कांग्रेस महाराष्ट्र में भारत न्याय यात्रा का समापन करके अपनी एकजुटता और ताकत दिखाने की कोशिश करेगी।
पश्चिम बंगाल में एनडीए के लिए चुनौती
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अकेले ही भाजपा को चुनौती देती आ रही हैं। विधानसभा चुनाव में पूरे विपक्ष ने एकजुट होकर बीजेपी को राज्य की सत्ता से दूर रखा। अगर विधानसभा चुनाव की तरह ही विपक्षी एकजुटता बरकरार रही तो लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए पर भारी पड़ सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि टीएमसी को 22 और कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिली थीं। इस बार चुनाव में टीएमसी और लेफ्ट भी इंडिया गठबंधन के सदस्य हैं। ऐसे में कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा से पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन को मजबूती मिल सकती है।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.