नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने आगे की रणनीति कई स्तर पर तय कर ली है। 144 कमज़ोर सीट पर बीजेपी जोर आजमाइश कर रही है। खास बात ये है की इसमें चालीस फीसदी ऐसी सीट है जो कभी न कभी बीजेपी जीत चुकी है। 2019 में हारी गई उन 144 सीटो में से ,चालीस फीसदी सीट पर थोड़ी मेहनत करके उन सीटों को आसानी से जीता जा सकता है ,बीजेपी की तमाम रिपोर्ट और क्लस्टर इंचार्ज की रिपोर्ट में भी इस चीज का जिक्र है।
ऐसे में बीजेपी अब इन सभी सीटों पर प्रधानमंत्री मोदी की चालीस रैली लोकसभा चुनाव के ऐलान के पहले प्लान कर चुकी है। चालीस रैली इस लिए तय की गई है क्योंकि इन 144 सीटों को पार्टी ने चालीस क्लस्टर में बांट दिया है । सभी क्लस्टर में तीन से चार लोकसभा सीट रखी गई है।
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गृह मंत्री अमित शाह करेंगे रैली
इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी इन सभी सीटों पर जिसे पहले कभी बीजेपी जीत चुकी है, उन जगहों पर सभा और संपर्क कर वहां पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे। अमित शाह को चुनावी राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। इसलिए वो भी इन सभी जगहों की यात्रा कर जनता से मिल कर ,कार्यकर्ताओं से मिल कर स्ट्रेटजी तय कर देंगे,जिस पर पार्टी के तमाम नेता काम करेंगे और बीजेपी के पाले में ये सभी सीट लाने का प्रयास करेंगे ।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इन सभी सीटों पर प्रवास करेंगे और अच्छा खासा समय भी देंगे,ताकि बीजेपी के पक्ष में माहौल बन सके ।
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'हम 2024 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेंगे'- शाहनवाज हुसैन
इस मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने न्यूज 24 को कहा कि "हमारे एक नेता हैं नरेंद्र मोदी,और हम उनके द्वारा किए गए काम के आधार पर जनता के बीच जा रहे हैं। इन 144 सीट में से कई सीट हम पहले भी जीत चुके हैं,इस बार हमारा टारगेट इन सभी सीटो को बीजेपी की झोली में लाने का है । हम 2024 में भी एतिहासिक जीत दर्ज करेंगे " ।
बीजेपी ने इन सभी 144 सीट पर कैबिनेट मंत्रियों, राज्यो के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश के मंत्रियों समेत जातिगत आधार पर भी नेताओं की ड्यूटी लगा रही है ।
प्रभारी मंत्री महीने में एक बार बिताएंगे रात
सभी 40 क्लस्टर और लोकसभा प्रभारी मंत्रियों को भी इन क्षेत्रों में महीने में कम से कम एक रात प्रवास करना है।अगर तीन सीट का इंचार्ज किसी को बनाया गया है तो महीने में तीन रात उन्हे अपने प्रभार वाले इलाके में बिताना है। साथ ही कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर,कैंपेन प्लान को इंप्लीमेंट करना,पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम चलाना,पॉलिटिकल मैनेजमेंट करना,नैरेटिव मैनेजमेंट सेट करना जैसे काम करने का निर्देश दिया गया हैं।
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इतना ही नही ये भी कहा गया है कि इलाके विशेष के नेताओं के साथ मंत्री के कार्यालय का संपर्क लगातार बना रहना चाहिए। अगर नीति में परिवर्तन की जरूरत किसी इलाके विशेष में है,तो उसको भी टॉप लीडरशिप के साथ मिलकर जल्द से जल्द फैसला लेने का भी निर्देश दिया गया है ।
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