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Leonardo DiCaprio: टाइटैनिक स्टार लियोनार्डो डिकाप्रियो ने की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार की तारीफ, जानें क्यों

Leonardo DiCaprio: हॉलीवुड स्टार और टाइटैनिक फेम लियोनार्डो डिकाप्रियो ने असम की हिमंत बिस्वा सरकार की तारीफ की है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर न्यूज एजेंसी रायटर्स का हवाला देते हुए एक पोस्ट की है। इसमें उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में गैंडों के अवैध शिकार को रोकने के लिए असम सरकार के प्रयासों की सराहना की है। […]

लियोनार्डो ने काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में गैंडों के अवैध शिकार को रोकने के लिए असम सरकार के प्रयासों की सराहना की है।
Leonardo DiCaprio: हॉलीवुड स्टार और टाइटैनिक फेम लियोनार्डो डिकाप्रियो ने असम की हिमंत बिस्वा सरकार की तारीफ की है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर न्यूज एजेंसी रायटर्स का हवाला देते हुए एक पोस्ट की है। इसमें उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में गैंडों के अवैध शिकार को रोकने के लिए असम सरकार के प्रयासों की सराहना की है। एक्टर लियानार्डो ने एक गैंडे की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, '1977 के बाद पहली बार काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क में गैंडों के शिकार की कोई घटना नहीं हुई है। 2021 में एक गैंडे का शिकार किया गया था।' गैंडों का घर कहलाता है काजीरंगा पार्क बता दें कि असम में 430 वर्ग किलोमीटर में फैले काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क को गैंडों का घर कहा जाता है। यह पार्क एक सींग वाले गैंडों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। गैंडों की पूरी आबादी की 60 फीसदी संख्या यहीं रहती है। यूनेस्को इसे विश्व धरोहर घोषित कर चुका है। लियानार्डो ने कहा, WWF ने रिपोर्ट दी है कि दुनियाभर में दुर्लभ गैंडों की आबादी करीब 3700 हो गई है। 20वीं सदी की शुरुआत में यह संख्या महज 200 थी। इसलिए भारत में असम सरकार की यह सफलता काबिले-तारीफ है। [caption id="attachment_150615" align="alignnone" ] 430 वर्ग किलोमीटर में फैले काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क को गैंडों का घर कहा जाता है।[/caption]

बीते सालों में इतने मारे गए गैंडे

2015- 17 2016- 18 2020- 01 2021- 01 2022- 00

शिकारियों पर हुई कार्रवाई, लोगों को किया गया जागरुक

असम के कानून और व्यवस्था के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जीपी सिंह ने गैंडों के संरक्षण और अवैध शिकार रोके जाने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रयासों का श्रेय दिया। उन्होंने कहा, 'हमने अवैध शिकार की घटनाओं की मैपिंग पर ध्यान केंद्रित किया और डेटा एकत्र किया। इससे शिकारियों का पता चल सका। हमने विशेष रूप से ग्रामीणों, वन ग्रामीणों और बफर जोन में रहने वालों को भी जागरूक किया। इसका नतीजा अच्छा रहा। यह भी पढ़ें: रात के दो बजे आया शाहरुख खान का फोन, जानिए असम CM हिमंत सरमा से क्या हुई बात


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