लक्षद्वीप के इस आइलैंड पर रहते हैं महज 271 लोग, एक महिला ने बसाई थी ‘दुनिया’
Lakshadweep के Bitra Island को सबसे छोटा द्वीप माना जाता है।
Lakshadweep Bitra Island Smallest Island in Territory: मालदीव सरकार को अपने मंत्रियों की पीएम मोदी पर टिप्पणी बहुत भारी पड़ रही है। लोग मालदीव का बायकॉट कर भारत के खूबसूरत डेस्टिनेशन लक्षद्वीप जाने की बात कर रहे हैं। इंटरनेट पर लक्षद्वीप बड़े पैमाने पर सर्च किया जा रहा है। इसे लेकर जानकारियां खोजी जा रही हैं। ऐसे में हम आज आपको 36 द्वीपों के समूह लक्षद्वीप के सबसे छोटे द्वीप के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं बिट्रा आइलैंड के बारे में...
रिंग के आकार का आइलैंड
बिट्रा एक रिंग के आकार का आइलैंड है। खास बात यह है कि बिट्रा आइलैंड की आबादी महज 271 है। यानी इस छोटे से द्वीप पर 300 से भी कम लोग रहते हैं। बिट्रा का भूमि क्षेत्र सिर्फ 0.105 वर्ग किलोमीटर है। इसकी लंबाई 0.57 किमी और चौड़ाई 0.28 किमी है। यह छोटा सा आइलैंड कोच्चि से 483 किलोमीटर दूर है। बिट्रा अमीनदिवि आइलैंड और तहसील का एक हिस्सा है।
हरे रंग के कछुओं के लिए मशहूर
बिट्रा आइलैंड अपने एन्वायर्नमेंट के साथ ही हरे रंग के कछुओं के लिए मशहूर है। माना जाता है कि 1835 तक बिट्रा आइलैंड समुद्री पक्षियों के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड था। इसे मलिक मुल्ला का एक छोटा तीर्थ भी कहा जाता है, जोकि एक पुराने अरब संत हैं। मलिक मुल्ला नाम के अरब संत को द्वीप पर दफनाया गया था। इसके बाद से यह तीर्थस्थल भी बन गया।
एक महिला ने बसाया था पहला स्थायी घर
बिट्रा में सबसे पहले स्थायी निवास चेतलाट द्वीप की एक महिला का माना जाता है। जिसने अपने उनके बेटे के साथ 1945 के आसपास अपना स्थायी घर बनाया था। बिट्र्रा में मार्च से मई तक तेज गर्मी पड़ती है। इसे साल की सबसे गर्म अवधि माना जाता है। इसका तापमान 25oC से 35oC के बीच रहता है। मॉनसून यहां 15 मई से 15 सितंबर तक आता है।
हेलीपैड है मौजूद
यहां ट्रांसर्पोटेशन की बात करें तो मुख्य द्वीप के दक्षिणी तट पर एक छोटा सा घाट और पश्चिम बिंदु पर एक हेलीपैड बनाया गया है। इसकी पूरी आबादी फार्मिंग और फिशिंग पर निर्भर है।
कहा जाता है कि लक्षद्वीप पर पहले हिन्दू राजा चिरक्कल की सत्ता थी। हालांकि, सातवीं शताब्दी में द्वीप के निकट एक मुस्लिम संत उबैदुल्लाह आए। जिन्होंने द्वीपवासियों को इस्लाम कबूल करवाया।
जबकि सोलहवीं सदी में कन्नूर के अली राजा ने इन द्वीपों पर सत्ता हासिल कर ली। अठाहरवीं सदी में इस पर टीपू सुल्तान का राज हुआ, फिर ब्रिटिश सेना ने इस पर कब्जा कर लिया। हालांकि भारत की स्वतंत्रता के बाद 1956 में इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था।
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