Black Holes Mystery: ब्लैक होल ब्रह्मांड का सबसे बड़ा रहस्य है, जिसके बारे में जानने के लिए वैज्ञानिक भी उत्सुक हैं। ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण और स्पेसटाइम इतना मजबूत है कि रोशनी भी इसमें समाहित हो जाती है। ब्लैक होल का रहस्य समझने के लिए वैज्ञानिकों ने नकली ब्लैक होल बनाए थे। सवाल ये है कि क्या वाकई वैज्ञानिकों को इससे ब्लैक होल को समझने में मदद मिलेगी?
ब्लैक होल का स्पेसटाइम
नकली ब्लैक होल बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने एटम्स की श्रृंखला तैयार की। इसमें उन्हेंने हॉकिंग रेडिएशन का अनुभव किया। क्वांटम फ्लक्चुएशन को हिलाने के बाद कुछ पार्टिकल्स का जन्म हुआ, जिससे ब्लैक होल का स्पेसटाइम अपने आप टूटने लगा।रिसर्च के अनुसार सिमुलेशन की मदद से रिलेटिविटी थ्योरी और क्वांटम थ्योरी के बीच होने वाले फ्रिक्शन को परिभाषित किया जा सकता है। रिलेटिविटी की जनरल थ्योरी को आइंस्टीन थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी भी कहा जाता है। ये गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत को समझाता है, जिसे स्पेसटाइम भी कहा जाता है।
इवेंट होराइजन पर बना सस्पेंस
ब्लैक होल पर होने वाला ये प्रयोग अगर सफल रहा तो शायद अंतरिक्ष से जुड़े कई सवालों के जवाब आसानी से मिल जाएंगे। ब्लैक होल से लाइट भी नहीं बच पाती है। ब्लैक होल के केंद्र को इवेंट होराइजन कहा जाता है। इस इवेंट होराइजन से टकराने के बाद हर चीज गायब हो जाती है। आखिर वो चीजें कहां जाती हैं? इसका जवाब आज भी सभी के लिए रहस्य बनी हुई है।