La Nina Impact Prediction: अलनीना का प्रभाव पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में खत्म हुआ। वैश्विक मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने दिसंबर में ला नीना के एक्टिव होने, फरवरी तक सामान्य से ज्यादा ठंड पड़ने और तापमान सामान्य से कम रहने की भविष्यवाणी की, लेकिन जनवरी में गर्म मौसम ने इस भविष्यवाणी को गलत साबित कर दिया। यूरोप के जलवायु मॉनिटर कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की रिपोर्ट में सर्दी के सीजन में मौसम को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं।
तापमान ने तोड़ दिए हैं पिछले सभी रिकॉर्ड
द हिंदू के अनुसार, रिपोर्ट में बर्कले अर्थ के क्लाइमेट साइंटिस्ट जेक हॉसफादर ने बताया कि जनवारी 2025 का महीना आज तक का सबसे गर्म महीना साबित हुआ है। इस बार जनवरी 2025 के तापमान ने साल 2024 के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। इससे पहले सबसे गर्म जनवरी का महीना साल 2020 और साल 2016 में रहा था। अनुमान है कि इस महीने का औसत तापमान 1850-1900 के युग की तुलना में 1.75 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। फरवरी के महीने में भी बारिश गौण है और गर्मी महसूस हो रही है।
ला नीना के मार्च तक गायब होने की उम्मीद
कॉपरनिकस के जलवायु वैज्ञानिक जूलियन निकोलस कहते हैं कि अगर ऐसा ही रहा तो इस बार गर्मी का सीजन रिकॉर्ड तोड़ेगा और लंबे समय तक गर्मी पड़ेगी। पिछले सभी सीजन के रिकॉर्ड टूट सकते हैं। तापमान सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड हो सकता है। रिपोर्ट सामने आने के बाद मौसम वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है। वे मंथन करने लगे हैं कि वे अन्य कारक कौन से होंगे, जो गर्मी को रिकॉर्ड और इसके चरम तक पहुंचाएंगे, क्योंकि ला नीना कमजोर होने की उम्मीद है और मार्च तक यह गायब हो जाएगा।
तापमान गिरने की बजाय बढ़ता नजर आया
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी के महीने ने उत्तरी गोलार्ध के साथ-साथ दक्षिणी गोलार्ध का तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहा। क्लाइमेंट साइंटिस्ट एम. हेरेरा ने बताया है कि 31 जनवरी 2025 को जमैका और मेडागास्कर में भी तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। ला नीना के असर से तापमान में गिरावट आती है, लेकिन इस बार तापमान गिरा नहीं, बल्कि बढ़ा है और यह वैश्विक तापमान के लिए अच्छा नहीं है।