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दिल्ली में 30 अप्रैल को होंगी कई अहम बैठकें, पहलगाम हमले के बाद सरकार की रणनीति पर चर्चा संभव

दिल्ली में 30 अप्रैल को देश की राजनीति और सुरक्षा से जुड़ी हलचल देखने को मिलेगी। एक ही दिन में सरकार की चार बड़ी बैठकें होंगी। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद ये बैठकें और भी अहम मानी जा रही हैं, जिनमें कई बड़े फैसले हो सकते हैं।

Delhi cabinet meetings
देश की राजधानी दिल्ली में 30 अप्रैल यानी बुधवार को केंद्र सरकार की चार महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन हो सकता है। जिसमें सुरक्षा, राजनीति और आर्थिक मामलों में बड़े ऐलान हो सकते हैं और  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कई अहम फैसले लिए जाने की संभावना भी है। सबसे पहले सुबह 11 बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक होगी, जिसमें हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की जा सकती है। इसी हमले को लेकर सरकार की आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

प्रधानमंत्री की अगुवाई में होगी बैठक

इसके अलावा प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट समिति ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) की भी बैठक होगी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा शामिल होंगे। राजनीतिक मामलों की इस उच्चस्तरीय बैठक में देश की आंतरिक स्थिति और आने वाले चुनावों से जुड़ी तैयारियों पर विचार किया जा सकता है। इसके कुछ समय बाद, सुबह 11:15 बजे आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक होगी, जिसमें देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े फैसलों पर चर्चा की जाएगी। दिन में बाद में कैबिनेट की पूर्ण बैठक भी संभावित है।

पहलगाम आतंकी पर कैबिनेट बैठक

ये सभी बैठकें ऐसे समय हो रही हैं जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयावह आतंकी हमला हुआ, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान गई। माना जा रहा है कि इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों को प्राथमिकता दी जाएगी और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा हो सकती है।

अशोक गहलोत इस साल नहीं मनाएंगे अपना जन्मदिन

इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस हमले को लेकर गहरा शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X पर एक भावुक संदेश शेयर करते हुए कहा कि पहलगाम में हुआ यह कायराना हमला देश को अंदर तक झकझोर गया है। उन्होंने लिखा कि अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने गए लोगों के लिए यह यात्रा एक आजीवन दुख का कारण बन गई। उन्होंने आगे कहा कि इस दुखद घटना को देखते हुए वे इस वर्ष 3 मई को अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे। गहलोत ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे इस दिन को सेवा और रक्तदान जैसे कार्यों तक सीमित रखें। उन्होंने इस घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।


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