Karnataka Assembly Election 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय कर्नाटक के दौरे पर हैं। दूसरे दिन मंगलवार को उन्होंने बागलकोट में चुनावी रैली की। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के पास नेताओं की कमी है। भाजपा से आए हुए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ते हैं। यह बताता है कि आपकी पार्टी में दिवालियापन आ गया है।
अमित शाह ने इशारों में पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी पर तंज कसा। ये दोनों लिंगायत समुदाय के बड़े नेता हैं और टिकट न मिलने से नाराज होकर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए।
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कर्नाटक को चाहिए डबन इंजन की सरकार
अमित शाह ने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की सरकार भाजपा की है तो दूसरी तरफ रिवर्स गियर सरकार है। कांग्रेस की सरकार बनी ना तो कर्नाटक का विकास रिवर्स गियर में पड़ने वाला है। ये पीढ़ी परिवर्तन का चुनाव है और हम मोदी जी के नेतृत्व में एक बार फिर से सरकार बनाएंगे।
गृह मंत्री शाह की चार बड़ी बातें
'ये चुनाव कर्नाटक को मोदी जी के हाथ में देने का चुनाव है। कर्नाटक को एक संपूर्ण विकसित राज्य बनाने का चुनाव है। ये चुनाव राजनीतिक स्थिरता और नए कर्नाटक का चुनाव है, जो भाजपा लेकर आ सकती है।'
'मोदी जी ने 9 साल से कर्नाटक को केंद्र से ढ़ेर सारे पैसे और योजना भेजने का काम किया है। अगर कांग्रेस गलती से भी आ गई तो अभी तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, परिवारवाद होगा और कर्नाटक पूरा दंगे से ग्रस्त हो जाएगा।'
'यहां धर्म के आधार पर 4% मुस्लिम आरक्षण था। भाजपा की सरकार ने वोट बैंक की लालच में पड़े बिना, इस मुस्लिम आरक्षण को समाप्त कर दिया है।'
'हम मानते हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। मुस्लिम आरक्षण समाप्त करने के बाद हमने SC, ST, वोकलिंगा और लिंगायत सब के आरक्षण में बढ़ोतरी करने का काम किया है।'
कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं। यहां 10 मई को मतदान होगा, जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे। मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। 2018 के चुनाव में भाजपा ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जबकि कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटों को पाने वाली पार्टी थी।