पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई ज्योति मल्होत्रा को लेकर रोज़ नए और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। एनआईए और हरियाणा पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। ज्योति के मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच की जा रही है क्योंकि उसने कई महत्वपूर्ण डेटा पहले ही डिलीट कर दिए थे।
अब जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार ज्योति 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान और उसके बाद पाकिस्तान के अधिकारियों के संपर्क में थी और संवेदनशील जानकारियां साझा कर रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक, वह एक ISI एजेंट के संपर्क में थी और ब्लैकआउट से जुड़ी अहम जानकारी पाकिस्तान को दे रही थी।
सूत्रों का कहना है कि ज्योति एक दानिश नामक व्यक्ति के संपर्क में थी। हालाँकि अभी तक उनकी चैट का पूरा ब्यौरा सामने नहीं आया है। फिर भी, यह स्पष्ट है कि ऑपरेशन सिंदूर के समय भी वह पाक एजेंटों से संपर्क में थी। जांच एजेंसियों ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।
ज्योति का मामला सामने आने के बाद अब कई लोग जांच के दायरे में आ गए हैं। अधिकारियों को शक है कि इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार, यूट्यूब चैनलों की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर जासूसी के आरोप हैं।
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सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से जुड़े अधिकारी अली हसन ने ज्योति के पाकिस्तान दौरे की पूरी व्यवस्था की थी, जिसमें फाइव स्टार होटल में ठहरना और घूमने-फिरने की सुविधाएं शामिल थीं। ज्योति पाकिस्तान वीजा के लिए दूतावास गई थी, जहां उसकी मुलाकात दानिश से हुई। वहीं से दोनों ने संपर्क साधा और बातचीत शुरू की।