जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद से भारत सरकार और सेना दोनों ही एक्शन मोड में हैं। इस बीच जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने एक बड़ा बयान दिया है। उमर अब्दुल्ला ने रविवार को आतंकवाद और उसके मूल के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आह्वान किया।
'निर्दोष लोगों को नुकसान न होने दें'
उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर अपने पोस्ट में आग्रह किया कि दोषियों को दंडित करते समय, यह सुनिश्चित करने का ध्यान रखा जाना चाहिए कि निर्दोष लोगों को नुकसान न हो। उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा, 'पहलगाम आतंकी हमले के बाद, आतंकवाद और उसके मूल के खिलाफ निर्णायक लड़ाई होनी चाहिए। कश्मीर के लोग आतंकवाद और निर्दोष लोगों की हत्या के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने यह सब स्वतंत्र और सहज रूप से किया। अब समय आ गया है कि इस समर्थन को और बढ़ाया जाए और लोगों को अलग-थलग करने वाली किसी भी गलत कार्रवाई से बचा जाए। दोषियों को सजा दी जाए, उन पर कोई दया न दिखाई जाए, लेकिन निर्दोष लोगों को नुकसान न होने दिया जाए।'
बेकसूरों के घर नहीं गिराए जाएं: महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक अपील की है। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद क्षेत्र में की जाने वाली हर कार्रवाई में सावधानी बरतने की अपील की है। महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि आतंकवादियों और निर्दोष नागरिकों के बीच स्पष्ट अंतर किया जाना चाहिए ताकि क्षेत्रीय एकता को बनाए रखा जा सके और विभाजन को गहराने से रोका जा सके। महबूबा मुफ्ती ने अपने एक्स पोस्ट में कश्मीर में लोगों की गिरफ्तारियों और घरों के विध्वंस की रिपोर्टों पर अपनी चिंता जाहिर की। उनका दावा है कि इन रिपोर्टों में आम नागरिकों के घर भी शामिल हैं, जो आतंकियों के घरों के साथ ध्वस्त कर दिए गए हैं।
सरकार से की ये अपील
मुफ्ति ने आगे लिखा, 'सरकार से अपील है कि वह अधिकारियों को यह निर्देश दे कि वे इस बात का ध्यान रखें कि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े क्योंकि अलगाव आतंकवादियों के विभाजन और डर के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होता है।