बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के बीच देश की राजनीति के एक बड़े युग का अंत हो गया है. पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख बेगम खालिदा जिया को आज (31 दिसंबर) पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जा रही है. इस मौके पर भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर खास तौर पर ढाका पहुंचे हैं. उन्होंने वहां खालिदा जिया के बेटे और बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शोक संदेश उन्हें सौंपा, जिसमें पीएम ने बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में खालिदा जिया के योगदान को याद किया.
बांग्लादेश में खालिदा जिया के सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक और बीएनपी की ओर से सात दिन का शोक घोषित किया गया. हजारों समर्थक और विदेशी प्रतिनिधि उनके जनाजे की नमाज़ में शामिल हुए, जो ढाका के संसद परिसर के साउथ प्लाजा में अदा की गई. इसके बाद उन्हें उनके पति और पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
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तनाव के बीच बांग्लादेश पहुंचे जयशंकर
भारत की ओर से विदेश मंत्री जयशंकर ने न केवल अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया बल्कि खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत शोक संदेश भी सौंपा. इस संदेश में मोदी ने खालिदा जिया के राजनीतिक योगदान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी निष्ठा को याद किया. जयशंकर ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष तौहीद हुसैन से भी मुलाकात की और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की.
पाकिस्तान के स्पीकर से हुआ सामना
इस जनाजे में एक दिलचस्प पल तब आया जब जयशंकर का सामना पाकिस्तान नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक से हुआ, जो खालिदा जिया को श्रद्धांजलि देने आए थे. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को देखकर हैंडशेक किया और मुस्कुराए. उनके कुछ सेकंड की औपचारिक बातचीत भी हुई. उसके बाद दोनों अपने-अपने स्थान पर लौट गए.