राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने बुधवार को तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी की ओर से की गई उनकी मिमिक्री के मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप जगदीप धनखड़ का कितना अपमान करते हैं। लेकिन मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद, किसान समुदाय और मेरे अपने समुदाय का अपमान नहीं सह सकता।
धनखड़ ने आगे कहा कि मैं इस बात को नहीं सहूंगा कि मैं अपने पद की गरिमा की सुरक्षा नहीं कर सकता। इस सदन की गरिमा को बनाए रखना मेरा कर्तव्य है। इससे पहले कल्याण बनर्जी ने कहा था कि मिमिक्री एक आर्ट है और मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लोकसभा में मिमिक्री कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने भी की है निंदा
इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने धनखड़ को फोन भी किया था और कहा था कि करीब 20 साल से मैं भी इसी तरह अपमान झेल रहा हूं। मोदी ने यह भी कहा था कि संवैधानिक पद के साथ इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ओर से भी इस मामले पर प्रतिक्रिया आई है। राष्ट्रपति ने इसे संसद की गरिमा के प्रतिकूल बताया है।
इससे पहले धनखड़ ने इस मामले को लेकर कहा था कि आपको बिल्कुल अंदाजा नहीं है कि मेरे दिल पर क्या बीती जब मैं एक सांसद को मेरी नकल उतारते हुए और दूसरे को रिकॉर्डिंग करते हुए देखा। आपने एक किसान और एक जाट के तौर पर मेरी पृष्ठभूमि का अपमान किया है। लेकिन कुछ लोगों की हरकतें मुझे अपना कर्तव्य को निभाने से रोक नहीं सकती हैं।
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