TrendingMaha Kumbh 2025Delhi Assembly Elections 2025bigg boss 18Republic Day 2025Union Budget 2025auto expo 2025

---विज्ञापन---

ISRO ने लॉन्च किए ब्रिटेन के सैटेलाइट, LVM-3 रॉकेट 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट के साथ अंतरिक्ष में रवाना

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 36 वनवेब इंटरनेट उपग्रहों को लॉन्च किया है। ISRO का यह अब तक का सबसे भारी LVM-3 रॉकेट लॉन्च है। ये रॉकेट 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट के साथ लो अर्थ ऑर्बिट के लिए रवाना हुआ है। इसरो ने बताया कि 26 मार्च को ब्रिटेन के 36 सैटेलाइट एक […]

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 36 वनवेब इंटरनेट उपग्रहों को लॉन्च किया है। ISRO का यह अब तक का सबसे भारी LVM-3 रॉकेट लॉन्च है। ये रॉकेट 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट के साथ लो अर्थ ऑर्बिट के लिए रवाना हुआ है। इसरो ने बताया कि 26 मार्च को ब्रिटेन के 36 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च किए। भेजे गए सभी सैटेलाइट का कुल वजन 5805 किलोग्राम है। इस मिशन को LVM3-M3/वनवेब इंडिया-2 नाम दिया गया है। वनवेब के लिए ISRO की कमर्शियल यूनिट न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) का ये दूसरा मिशन रहा। नेटवर्क एक्सिस एसोसिएटेड लिमिटेड यानी वनवेब (OneWeb) UK की संचार कंपनी है। इसमें ब्रिटिश सरकार, भारत की भारती इंटरप्राइजेज, फ्रांस की यूटेलसैट, जापान का सॉफ्टबैंक, अमेरिका के ह्यूज्स नेटवर्क्स और दक्षिण कोरियाई डिफेंस कंपनी हनव्हा की हिस्सेदारी है। इसका मुख्यालय लंदन में है।
और पढ़िए – आसमान में टकराने वाले थे Air India और Nepal Airlines के विमान, तीन कंट्रोलर्स को हटाया, ऐसे टला बड़ा हादसा

2023 में यह इसरो के लिए दूसरा लॉन्च है

इन सैटेलाइट को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में 43.5 मीटर लंबे रॉकेट से प्रोजेक्ट किया गया। 2023 में यह इसरो के लिए दूसरा लॉन्च है। LVM3-M3 वनवेब इंडिया-2 मिशन ने 36 सैटेलाइट्स के साथ श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी है। दरअसल ब्रिटेन की कंपनी नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड यानी वनवेब ग्रुप ने इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड से करार किया था, जिसके मुताबिक धरती की निचली कक्षा में 72 सैटेलाइट्स को प्रोजेक्ट करना था। इससे इंटरनेट सर्विस को फायदा मिलेगा।
और पढ़िए – Dhruv Helicopter: केरल के कोच्चि में ALH ध्रुप हेलीकॉप्टर की करानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग, टला बड़ा हादसा

ISRO का सबसे भारी रॉकेट लॉन्च

ये ISRO का सबसे भारी रॉकेट है। इसने दूसरे लॉन्चपैड से उड़ान भरी। इस लॉन्च पैड से चंद्रयान-2 मिशन समेत पांच सफल लॉन्चिंग हो चुकी हैं। LVM3 से चंद्रयान-2 मिशन समेत लगातार पांच सफल मिशन लॉन्च किए जा चुके हैं। यह इसकी छठी सफल उड़ान है। GSLV-Mk III रॉकेट की लंबाई 43.5 मीटर है। 5796 किलो के भारी पेलोड ले जाने वाला यह पहला भारतीय रॉकेट बना। यह 8000 किलो के सैटेलाइट्स का भार उठा सकता है।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.