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तिरुपति-पाकला-कटपडी रेलवे लाइन को मंजूरी, 1332 करोड़ में पूरा होगा प्रोजेक्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में एक नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी है। यह तिरुपति-पाकला-कटपडी एकल रेलवे लाइन खंड (104 किमी) की होगी, जिसकी कुल लागत लगभग 1332 करोड़ रुपये है।

देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक नए प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में तिरुपति-पाकला-कटपडी एकल रेलवे लाइन खंड (104 किमी) के दोहरीकरण को मंजूरी दी है। यह मंजूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दी गई है, जिसकी कुल लागत लगभग 1332 करोड़ रुपये है। इस लाइन के बनने से सफर काफी आसान हो जाएगा। इस परियोजना से लगभग 400 गांवों और लगभग 14 लाख आबादी के लिए कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी।

104 किलोमीटर रेलवे लाइन का निर्माण

CCEA ने आंध्र और तमिलनाडु में 104 किलोमीटर लंबी तिरुपति-पाकला-कटपडी रेलवे लाइन को दोगुना करने के लिए 1,332 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना से रेल क्षमता में सुधार होगा, भीड़भाड़ कम होगी और प्रमुख तीर्थ स्थलों तक कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। इससे माल ढुलाई क्षमता में 4 एमटीपीए की बढ़ोतरी होगी। साथ ही क्षेत्रीय विकास और रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा। इन दोनों राज्यों के तीन जिलों को कवर करने वाली इस परियोजना से भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में करीब 113 किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। ये भी पढ़ें: चेन्नई से कोलंबो तक दौड़ेगी सीधी ट्रेन! नए पम्बन ब्रिज के बाद अब कितनी दूरी शेष? केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इससे भारतीय रेलवे के सबसे बिजी खंडों पर काम किया जाएगा। यह परियोजना प्रधानमंत्री के नए भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो इस क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाएगी। उन्होंने कहा कि इससे रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी होगी।

कहां पर बढ़ेगी कनेक्टिविटी?

तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर तक कनेक्टिविटी के साथ-साथ इससे दूसरे प्रमुख स्थलों को भी फायदा पहुंचाएगा, जिससे श्री कालहस्ती शिव मंदिर, कनिपकम विनायक मंदिर, चंद्रगिरी फोर्ट तक रेल कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। इससे देशभर से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जाएगी। यह मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना करीब 400 गांवों और लगभग 14 लाख आबादी के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाएगी। यह कोयला, कृषि वस्तुओं, सीमेंट और अन्य खनिजों आदि जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए एक जरूरी रास्ता है। इस प्रोजेक्ट में के पूरा होने से 4 MTPA (मिलियन टन सालाना) की ज्यादा माल ढुलाई की जा सकेगी। ये भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश से पहले किस-किस राज्य में बढ़ा महंगाई भत्ता? बिहार-बंगाल तक तरसे


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