India Vs Bharat Controversy: देश में कब और किस बात या शब्द पर बहस छिड़ जाए, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता है। ताजा विवाद देश के नाम 'India और Bharat' को लेकर खड़ा हो गया है। इसको लेकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) समेत कई सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
कहां से शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजे गए जी20 रात्रिभोज निमंत्रण की एक फोटो वायरल होने के बाद 'Bharat' एक्स की ट्रेंड लिस्ट में आ गया है। बताया गया है कि निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया' के 'प्रेसीडंट ऑफ भारत' के नाम पर हस्ताक्षर किए गए थे।
मीम्स, टिप्पणी और रिएक्शन की बाढ़
अब इस पोस्ट ने एक ऑनलाइन बहस छेड़ दी है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर मीम्स, टिप्पणियों और प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। जहां कुछ लोगों ने इस मामले को काफी उत्साह के साथ देखा है, तो वहीं कुछ लोग इसके संभावित प्रभावों और इसके पीछे की राजनीतिक प्रेरणाओं को लेकर चिंता व्यक्त की है।
इस बात को लेकर भी शुरू हुए कयास
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी अटकलें भी हैं कि 18 सितंबर को संसद का विशेष सत्र शुरू होने पर इस बदलाव को लागू करने के लिए संवैधानिक संशोधन विधेयक भी पेश किया जा सकता है। लिहाजा इस पोस्ट को समर्थन और आलोचनाएं, दोनों ही मिल रही हैं। कई लोगों ने तर्क दिया है कि नाम बदलना भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान के अनुरूप है, क्योंकि 'भारत' प्राचीन ग्रंथों में पाया जाने वाला सम्मानित नाम है। समर्थकों का यह भी सुझाव है कि यह राष्ट्रीय गौरव और एकता को मजबूत करेगा।
आलोचकों ने जताई ये अशंका
दूसरी ओर, आलोचक संभावित विभाजनकारी स्वरों और राजनीतिक प्रेरणाओं के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि देश का नाम बदलने को कुछ समुदायों को हाशिये पर धकेलने या अलगाववादी राजनीति को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में देखा जा सकता है।
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