Pakistan Air Field Near Indian Border: पाकिस्तान आजकल भारतीय सीमा के पास जिस तरह की हरकतें कर रहा है, उससे देश की चिंताएं बढ़ रही हैं। क्योंकि पाकिस्तान ने भारतीय सीमा से करीब 20 किलोमीटर दूर एक एयरफील्ड बनाया है। साथ ही पाकिस्तान ने सीमा पर SH-15SP हॉवित्जर तोप भी तैनात कर दी है, जो स्पेशली चीन से मंगाई गई है। इस हरकत ने भारतीय खुफिया एजेंसियों की परेशानी बढ़ा दी है। आखिर पाकिस्तान की प्लानिंग क्या है? क्या चीन के साथ मिलकर युद्ध लड़ने की तैयारी चल रही है? अगर ऐसा है तो पाकिस्तान कोई हिमाकत न ही करे तो उसके लिए बेहतर होगा।
पाकिस्तान ने चीन-तुर्की से हमलावर ड्रोन खरीदे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एयरफील्ड लाहौर के पास बनाया गया है, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि एयरफील्ड का इस्तेमाल कैसे होगा? इससे लोगों के लिए फ्लाइट उड़ेंगी या फिर मिलिट्री एक्टिविटी होंगी? पाकिस्तानी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वहीं लोगों में चर्चा है कि यह एयरफील्ड पाकिस्तान का फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूल है, जिसका प्रयोग पाकिस्तानी मिलिट्री करेगी? हेलिकॉप्टर, ड्रोन और अन्य जहाज यहां उड़ान भरते दिखेंगे। पाकिस्तान ने चीन और तुर्की से हमलावर ड्रोन खरीदे हैं। वहीं इस एयरफील्ड से UAV लॉन्च करना भी आसान होगा, यानी तैयारी काफी खास है।
पाकिस्तान अपनी 3 रेजिमेंट अपडेट कर रहा
दूसरी ओर, जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी सेना ने चीन से SH-15 Self-Propelled (SP) खरीदकर अपनी 28वीं और 32वीं आर्टिलरी रेजिमेंट्स को तोपों से भर दिया है। चीन ने बहुत कम पैसों में पाकिस्तान को यह तोपें दी हैं। खास बात यह है कि जिन रेजिमेंट को यह तोप दी गई हैं, वे पंजाब और राजस्थान में बॉर्डर के पास तैनात हैं। SH-15SP चीन की स्टेट ऑफ द आर्ट हॉवित्जर तोप हैं। 2019 में पाकिस्तान ने 236 तोपें चीन से मांगी थीं, लेकिन उसे 42 ही मिली हैं। पाकिस्तान ने आर्मी डे परेड में इन तोपों का प्रदर्शन भी किया था। पाक सेना अपनी 3 रेजिमेंट को अपडेट कर रही है, जिसमें से एक में 18 तोपें होंगी।
पाकिस्तान को मिलीं SH-15SP तोप की खासियतें
वजन 25 टन, लंबाई 21.4 फीट, चौड़ाई 8.9 फीट, ऊंचाई 11.10 फीट है।
6 लोगों की मदद से चलने वाली 155x52 कैलिबर की तोप है।
सेमी-ऑटोमैटिक वर्टिकल वेज टाइप ब्रीच ब्लॉक टेक्नोलॉजी से लैस है।
20 से 70 डिग्री के एंगल पर, 360 डिग्री घूमकर गोले दाग सकती है।
तोप हर मिनट 4 से 6 गोले दागेगी और इसकी रेंज 20 किलोमीटर है।
तोप में रॉकेट असिस्टेड प्रोजेक्टाइल लगाया जाए तो 53 किलोमीटर दूर तक गोला दागेगी।
155 मिलीमीटर का PLL-01 गोला इसमें इस्तेमाल होता है।
तोप 6x6 के ट्रक पर तैनात होगी, जो 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी।