TrendingT20 World Cup 2026Bangladesh ViolencePollution

---विज्ञापन---

अभी और बिगड़ेंगे हालात, सितंबर भी अपने साथ लाएगा भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदाएं, रहिए तैयार

IMD Weather Prediction : मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी का कहना है कि जुलाई में देश के कई इलाकों ने प्राकृतिक आपदा का सामना किया है और अगस्त में भी ऐसा ही रुख जारी है। लेकिन, सितंबर में क्या राहत मिल पाएगी? जानिए इस बड़े सवाल का जवाब।

Kerala Wayanad Landslide
Weather Prediction : बीते कुछ दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में कई प्राकृतिक आपदाओं का कहर बरपा है। केरल के वायनाड में भूस्खलन हुए जिनमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। वहीं, हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। दिल्ली एनसीआर में हुई बारिश ने पूरी राजधानी को लबालब कर दिया था। लेकिन, अगर आपको लगता है कि अब ये संकट टल चुके हैं या अगस्त खत्म होते-होते स्थितियां सामान्य हो जाएंगी तो आप गलत हैं। अगस्त के बाद आने वाला सितंबर भी अपने साथ भारी तबाही ला सकता है।

मानसून का दूसरा हिस्सा कैसा रहेगा?

मौसम वैज्ञानिक 'ला नीना' मौसमी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। भारत में मानसून का दूसरे भाग कैसा रहेगा, यह तय करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रहने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि अगस्त और सितंबर में बारिश सामान्य से ज्यादा रहने के आसार हैं। इससे भूस्खलन और शहरी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ेगा। जुलाई 2024 में भारत के कई इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। यह किसानों के लिए अच्छा है। लेकिन, मानसून के दूसरे हिस्से में बारिश का लेवल सामान्य से 106 प्रतिशत ज्यादा रह सकता है।

कई बड़ी आपदाएं ला चुका है ला नीना

सितंबर में ला नीना की वजह से होने वाली बारिश से शहरों में बाढ़ आ सकती है, निचले इलाकों में पानी भर सकता है और पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं हो सकती हैं। बता दें कि पाकिस्तान में साल 2022 में आई भयानक बाढ़ की वजह भी ला नीना ही था। इसके अलावा सोमालिया, इथियोपिया और केन्या जैसे देशों में ला नीना भयंकर सूखे का कारण भी बन चुका है। ऐसे में अगर आप सितंबर में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं या फिर अपने शहर में ही कुछ करने की योजना है तो मौसम का ध्यान आपको जरूर रखना चाहिए वरना बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं।


Topics:

---विज्ञापन---