Himachal Weather Update IMD Forecast: देश के तीनों पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में पिछले 3 दिन मौसम काफी खराब है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। हालांकि आज हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर थम गया और बर्फबारी भी रूक गई। कई इलाकों में धूप खिलने से राहत मिली है, लेकिन राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 3 मार्च से फिर बारिश और बर्फबारी होने की भविष्यवाणी की है। 4 मार्च को भी मौसम खराब रहेगा। 5 और 6 मार्च को मौसम साफ हो जाएगा।
उत्तराखंड के 3 जिलों के लिए रेड अलर्ट
उत्तराखंड में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे बंद हो गया है। वहीं चमोली में हिमस्खलन के बाद फंसे सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में अगले 12 घंटे में भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले 2 दिन बारिश और बर्फबारी होती रहेगी। हालांकि 2 मार्च की शाम को मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 3 और 4 मार्च को हल्की बारिश और बर्फबारी होगी, जिससे हिमस्खलन होने का खतरा बढ़ गया है।
जम्मू कश्मीर में जनजीवन अस्त-व्यस्त
जम्मू कश्मीर में भी खराब मौसम के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। 25 से 28 फरवरी के बीच गुलमर्ग में सबसे ज्यादा 113cm बर्फबारी हुई। सोनमर्ग में 75cm बर्फ गिरी। मौसम का देखते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने स्कूलों में विंटर वैकेशन 6 और दिन के लिए बढ़ा दी है। 10वीं से 12वीं तक की 1 और 3 मार्च को होने वाली परीक्षाओं को पोस्टपोन कर दिया है। अब यह एग्जाम 24 और 25 मार्च को होंगे। लगातार हो रही बारिश से नदियों में पानी का स्तर 3 से 4 फीट बढ़ गया है। रामबन जिले के बटोत में सबसे ज्यादा 163.7mm बारिश हुई। कटरा में 118mm और बनिहाल में 100mm पानी बरसा। 2 दिन से हो रही लगातार बारिश से सर्दी के सीजन में चल रही पानी की कमी भी पूरी हो गई है।
हिमाचल प्रदेश में सड़कें-ट्रांसफार्मर ठप
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में 3 दिन की बर्फबारी से 5 नेशनल हाईवे समेत 650 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक हैं। 2300 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर ठप पड़े हैं। कांगड़ा और कुल्लू जिले में बादल फटा, जिससे आई बाढ़ में 10 से ज्यादा गाड़ियां बह गईं। चंबा और मनाली में भारी बर्फबारी के कारण स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिलों में नदिया और नाले उफान पर बह रहे हैं।
कुल्लू जिले के पाहनाला खड्ड में और कांगड़ा जिले के छोटा भंगाल में भी बादल फटने की घटना हुई। किन्नौर और भरमौर के ऊपरी इलाकों में ग्लेशियर खिसकने की खबर है, जबकि चंबा जिले की पांगी घाटी की कुमार पंचायत में हिमस्खलन हुआ। भूस्खलन होने और चट्टानों के गिरने के कारण राज्य के विभिन्न शहरों में सरकारी और निजी बसों समेत कम से कम 70 बसें फंसी हुई हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कुल्लू घाटी में विद्युत परियोजना के लिए ने बांध के द्वार खोलने के आदेश दिए हैं।