नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में शनिवार को मेघा जमकर बरसे। इससे जहां एक ओर तपती गर्मी और उमस से निजात मिली तो वहीं दूसरी ओर लोगों की परेशानियां भी बढ़ गईं। कई जगहों पर सड़कें लबालब हो गईं। नालों में पानी भरने और निकासी ठीक नहीं होने की वजह से दिल्ली की कई प्रमुख सड़कें दरिया बन गईं। यहां पानी का बहाव तेज दिखा। सावन की इस बारिश ने जन-जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। दिल्ली जाम से बेहाल हो गई है।
मिंटो ब्रिज अंडरपास पर यातायात रोका
दिल्ली पुलिस ने भारी बारिश के चलते सावधानी बरतते हुए मिंटो ब्रिज अंडरपास पर यातायात रोक दिया है। पुलिस ने दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगा दी है। एनसीआर क्षेत्र में भी जमकर बारिश हो रही है। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने भी पूरे दिन बारिश होने की का अलर्ट जारी किया है।
यह भी पढ़ें: Dalai Lama: 'हम आजादी नहीं मांग रहे...', दलाई लामा चीन से बातचीत के लिए तैयार
यलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में सुबह आठ से दोपहर ढाई बजे 90 से लेकर 110 एमएम तक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 10 जुलाई तक राजधानी और आसपास बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। दिल्ली मौसम विभाग के प्रमुख ने बताया कि इस सप्ताह दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश होगी। दो-तीन दिनों तक बारिश की तीव्रता अधिक रहेगी और उसके बाद ये कम हो जाएगी। इस दौरान गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
वहीं राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, समेत कई राज्यों में 8 से 10 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर में भी अगले पांच दिनों तक बारिश होने वाली है।
यह भी पढ़ें: West Bengal Panchayat Election LIVE: बंगाल में 1 बजे तक 36.66% वोटिंग, TMC के 6 कार्यकर्ताओं समेत 11 की हत्या
केरल में रेड अलर्ट जारी
इधर, केरल में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मौसम विभाग ने कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा सात अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नदियों में जलस्तर बढ़ने से राज्य में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। कई जगहों पर पेड़ गिरने की खबरें भी सामने आई है, जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है। दक्षिणी कन्नड़ और उडुपी में भी बाढ़ आने की संभावना है।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें