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जून में भी मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स के बीच हुई थी नोकझोंक
शक्ति सेन के नेतृत्व में मणिपुर पुलिस ने असम राइफल्स पर कुकी उग्रवादियों के साथ मिलकर उनके कर्तव्य पालन में हस्तक्षेप करने के लिए गोथोल सड़क को अवरुद्ध करने का आरोप लगाया। इससे पहले 37 असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के बीच इसी तरह का विवाद जून महीने के दौरान सुगनू पुलिस स्टेशन में हुआ, जिसके कारण आमने-सामने की झड़प हुई। दोनों के बीच तीखी बहस 37 असम राइफल्स की ओर से काकचियांग जिले के अंतर्गत सुगनू पुलिस स्टेशन के मुख्य द्वार को अवरुद्ध करने के कारण हुई थी।शनिवार को घर से निकालकर तीन लोगों को मौत के घाट उतारा
बता दें कि मणिपुर में संघर्ष जारी है। संघर्षग्रस्त मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा गांव में शनिवार तड़के ताजा हिंसा भड़क उठी। क्वाक्टा वार्ड संख्या 8 में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने दो परिवारों के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। पीड़ितों में एक पिता और उसका बेटा शामिल हैं। घटना सुबह करीब 3 बजे घटी जब पीड़ित अपने घरों में सो रहे थे। कथित तौर पर आतंकवादियों ने उन्हें उनके घरों से बाहर खींच लिया और उन्हें गोली मार दी गई। इससे पहले 3 अगस्त को, असम राइफल और रैपिड एक्शन फोर्स ने हजारों की संख्या में मैतेई महिला प्रदर्शनकारियों के साथ गहन झड़प के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और स्मोक बम का इस्तेमाल किया। सुरक्षा बलों के गैस गोलों से बचने के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घायल हो गए, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं।और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
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