Delhi services bill: दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकारों की लड़ाई में भाजपा ने गुरुवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। दिल्ली सर्विस बिल यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 लोकसभा में पास हो गया। इस दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने इस बिल के विरोध में सदन से वॉकआउट किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी ने पीठ में छूरा घोंपा है।
अब शुक्रवार दोपहर 12 बजे राज्यसभा में यह बिल पेश किया जाएगा। राज्यसभा में यदि पास हुआ तो यह बिल कानून बन जाएगा।
अरविंद केजरीवाल बोले- दिल्लीवालों की पीठ में घोंपा छूरा
लोकसभा में विधेयक पारित होने पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर बार बीजेपी ने वादा किया कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएंगे। 2014 में मोदीजी ने खुद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का ऐलान किया था। लेकिन आज दिल्लीवालों की पीठ में छूरा घोंप दिया गया। आगे से मोदीजी की किसी बात पर विश्वास मत करना।
अतीत में सरकारों ने मिलकर किया काम, मगर...
दिल्ली सेवा बिल पर बहस की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा था कि अतीत में भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने बिना किसी टकराव के दिल्ली और केंद्र में मिलकर काम किया था। लेकिन समस्याएं 2015 में पैदा हुईं, जब एक ऐसी पार्टी दिल्ली में सत्ता में आई, जिसका उद्देश्य केवल लड़ना था। सेवा करना नहीं।
एक अगस्त को अमित शाह ने संसद में किया था पेश
दिल्ली सर्विस बिल मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पेश किया था। गुरुवार को अमित शाह ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि वे दिल्ली के हित के बारे में सोचें। भले ही वे INDIA गठबंधन में शामिल क्यों न हों। उन्होंने कहा था कि मेरा सभी दलों से निवेदन है कि वे केवल चुनाव जीतने या किसी पार्टी का समर्थन हासिल करने के लिए बिल का समर्थन या विरोध करने की राजनीति न करें।