गोवा के नाइट क्लब में आग लगने के कुछ घंटे बाद ही उसके मालिक गौरव और सौरभ लूथरा थाइलैंड भाग गए थे. इस क्लब में आग लगने की वजह से 25 लोग जिंदा जल गए थे. इसके बाद सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था. बाद में लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया. उन्हें उस वक्त पकड़ा गया, जब वे लोग खाना लेने के लिए होटल से बाहर आए. एनडीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा है, 9 दिसंबर को जब ये दोनों भाई खाने के लिए बाहर निकले तो अधिकारियों को पता चला कि दोनों भाई फुकेट में हैं.
साथ ही सूत्रों ने बताया, थाइलैंड एजेंसियों ने भारत की ओर से मिले इनपुट के बाद उस होटल की निगरानी शुरू कर दी थी, जिसमें दोनों रुके हुए थे. जब दोनों भाई होटल से बाहर निकले तो थाइलैंड के इमिग्रेशन विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने उनकी पहचान से जुड़े कागजात देखे और दोनों भाइयों से पूछताछ की. दोनों की पहचान होने के बाद उन्हें होटल के कमरे से ही हिरासत में ले लिया गया और उसके बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए इमिग्रेशन विभाग ले जाया गया. भारत से औपचारिक कागजात मिलने के बाद उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
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अभी थाइलैंड में ही हैं दोनों भाई
अभी लूथरा ब्रदर्स को भारत नहीं लाया जा सका है. हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें शुक्रवार को थाईलैंड के अधिकारी बैंकॉक ले गए. अब दोनों को सुआन फूलू इमिग्रेशन डिटेंशन सेंटर में रखा हुआ है. वे तब तक वहीं रहेंगे जब तक उनके प्रत्यर्पण की औपचारिकताएं पूरी नहीं हो जातीं. दोनों के प्रत्यर्पण के लिए भारतीय अधिकारियों की टीम वहां पहुंची हुई है. अगले एक-दो दिनों में उन्हें भारत लाए जाने की संभावना है. दोनों का पासपोर्ट पहले ही रद्द हो चुका है. यह उनके प्रत्यर्पण में देरी की एक वजह हो सकती है. इसलिए भारतीय दूतावास उनकी वापसी की यात्रा के लिए एक इमरजेंसी ट्रेवल सर्टिफिकेट जारी करेगा.
गिरफ्तारी से बचने का चला था दांव
गिरफ्तारी से बचने के लिए लूथरा ब्रदर्स ने दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए याचिका भी दाखिल की थी, लेकिन उनकी याचिका को खारिज कर दिया था. बताया जा रहा है कि जब क्लब में आग लगी तो लूथरा ब्रदर्स दिल्ली में एक शादी में थे. आग के कुछ घंटों के बाद वे थाईलैंड भाग गए थे. वहीं, उनका पार्टनर अजय गुप्ता गोवा में था, जो कि बाद में फ्लाइट पकड़कर दिल्ली आ गया. गोवा पुलिस ने उसे दिल्ली से ही गिरफ्तार किया है.
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25 लोग जल गए थे जिंदा
गोवा के 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में आग लगने की वजह से 25 लोग जिंदा चल गए थे. जिनकी मौत हुई, उनमें ज्यादातर कर्मचारी थे और कुछ टूरिस्ट. अभी पूरे अग्निकांड की जांच की जा रही है. जांच की रिपोर्ट सामने आने के बाद आग लगने की वजह पता चल पाएगी.
अब तक क्या हुई कार्रवाई
गोवा पुलिस इस मामले में अब तक 60 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है. क्लब के चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोडक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह और राजीव सिंघानिया और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर की पुलिस रिमांड की अवधि खत्म हो गई हैं. उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाना है. क्लब के पार्टनर अजय गुप्ता को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया था. अजय गुप्ता बीमारी का बहाना करके अस्पताल में भर्ती हो गया था. उसे अस्पताल से ही गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने उसे सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.