Gaganyaan Mission: चंद्रयान-3 के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी में है। गुरुवार को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (SMPS) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसरो के अनुसार, भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान अगस्त के अंत में लॉन्च किया जाएगा। वहीं, मानवरहित मिशल अगले साल लॉन्च होगा।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बताया कि परीक्षण 250 सेकेंड तक चला। परीक्षण में 440 एन (न्यूटन) के थ्रस्ट के साथ पांच तरल अपोजी मोटर (LAM) इंजन और 100 एन के थ्रस्ट के साथ 16 प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (RCS) थ्रस्टर शामिल थे।
तीन एस्ट्रानॉट्स भेजे जाएंगे अंतरिक्ष
इसरो के अनुसार गगनयान मिशन में तीन सदस्यों के एक दल को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। ये दल तीन दिन अंतरिक्ष में रहेगा। फिर उन्हें पृथ्वी पर वापस जाया जाएगा।
अब चंद्रयान चंद्रमा से एक कदम दूर
इसरो ने गुरुवार को चंद्रयान -3 को चौथे ऑर्बिट में फायर किया। अंतरिक्ष यान अंडाकार आकार में पृत्वी के चक्कर लगा रहा है। अब अगली फायरिंग 25 जुलाई को दोपहर 2 बजे से 3 बजे के बीच करने की योजना है। अब चंद्रयान-3 चंद्रमा से एक कदम दूर है। चंद्रमा के लिए चंद्रयान-3 मिशन 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ एस ने बताया कि यान चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है। 23 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंड करेगा।
यह भी पढ़ें:यौन शोषण का मामला: बृजभूषण शरण सिंह को मिली सशर्त जमानत, अदालत ने कहा- न गवाहों को दबाव में लेंगे, न देश छोड़ेंगे