पूरी दुनिया में होगी कनेक्टिविटी: मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को इस कॉरिडोर को लेकर ऐलान के दौरान कहा कि यह कॉरिडोर भविष्य में भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का सशक्त जरिये होगा। उन्होंने यह बात भी कही है कि यह कॉरिडोर पूरी दुनिया में कनेक्टिविटी और विकास को टिकाऊ दिशा प्रदान करेगा। मजबूत कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर मानव सभ्यता के विकास का मूल आधार है। भारत ने अपनी विकास यात्रा में इस विषय को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी विभिन्न देशों के बीच आपसी व्यापार ही नहीं, आपसी विश्वास बढ़ाने का स्रोत है।मजबूत होगा बुनियादी ढांचा: बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइ़डेन ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर को लेकर कहा कि इससे निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बुनियादी ढांचे की कमियां दूर हो सकेंगीं। उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर अमेरिका, भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली और पर जर्मनी से जुड़े कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास में सहयोग पर एक अच्छी पहल है।साथ मिलकर काम करने को तैयार: किशिदा
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि दिल्ली मेट्रो में हमारे देश ने सहयोग दिया है। इसी तरह के सहयोग से विश्व के सभी देशों का विकास होगा। उन्होंने याद दिलाया कि जापान ने दिल्ली मेट्रो के निर्माण के साथ-साथ कई ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्टों पर भी काम किया है। यह जी-20 सदस्य देशों समेत कई अन्य देशों को भी लाभ मिलेगा। इसके लिए सभी साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।कॉरिडोर एक अच्छी पहल: प्रिंस
सउदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान के मुताबिक, यह इकानॉमिक कॉरिडोर अच्छी पहल है और इसके लिए कई देशों को लाभ होगा। यह एक ऐतिहासिक क्षण है जब भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर का ऐलान हुआ है।Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश में 5 लाख महिलाओं की बल्ले-बल्ले, खाते में आएंगे 1000 रुपये
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का कहना है कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर में सभी संबंधित देश लंबी अवधि के लिए निवेश करने के लिए संकल्पित हैं। यह न केवल यूरोप और मिडिल ईस्ट बल्कि एशिया के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसमें अलग-अलग देशों का सामूहिक योगदान होगा।
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उधर, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि यह हम सबके लिए बेहद अहम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि कि जर्मनी 3500 मिलियन यूरो का वर्ल्ड बैंक के साथ अतिरिक्त निवेश करेगा। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि हम एशिया के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
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