इंडिगो एयरलाइन का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है। इंडिगो फ्लाइट से यात्रा करने पहुंची नागपुर की सागरिका पटनायक को आधी सीट (कुशन) ही गायब मिली। यात्री के हंगामा करने के बाद फ्लाइट के क्रू मेंबर ने दूसरा कुशन लाकर दिया, जिसके बाद उन्होंने अपनी यात्रा पूरी की। इसकी शिकायत महिला के पति सुब्रत पटनायक ने एक्स पोस्ट के जरिए इंडिगो एयरलाइन से की है।
सुब्रत पटनायक ने बताया कि उनकी पत्नी सागरिका रविवार को पुणे से नागपुर जाने वाली इंडिगो फ्लाइट (6E-6798) से यात्रा करने के टिकट बुक की थी। एयरलाइन की ओर से सागरिका को खिड़की के किनारे सीट नंबर 10ए आवंटित किया था। लेकिन जब सागरिक फ्लाइट में पहुंची तो सीट से कुशन गायब देखकर चौंक गई. सुब्रत पटनायक ने आगे बताया कि सागरिका ने चारों तरफ देखा लेकिन कुशन नहीं मिला. इसके बाद केबिन क्रू को बुलाकर ये बात बताई.
खड़े रहने को हुई मजबूर
सुब्रत पटनायक ने बताया कि फ्लाइट में बोर्डिंग अभी भी चल रही थी और उनकी पत्नी को गलियारे में खड़े होने के लिए मजबूर किया गया था, जो अन्य यात्रियों के लिए समस्या पैदा कर रहा था. बाद में एक क्रू सदस्य ने दूसरी सीट से एक और कुशन लाकर रख दिया. सुब्रत ने कहा कि जब भी कोई विमान उड़ान भरने के लिए तैयार हो रहा होता है तो बोर्डिंग से पहले जांच के लिए एक सफाई दल आता है. क्या उन्होंने गायब कुशन पर ध्यान नहीं दिया? यहां तकफ्लाइट में सबसे पहले प्रवेश करने वाले क्रू मेंबर को भी यह नहीं दिखा.
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इंडिगो एयरलाइन ने शिकायत की समीक्षा करने के लिए कहा
वहीं, एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सुब्रत को जवाब देते हुए एयरलाइन ने कहा है कि 'कई बार सीट कुशन उसके वेल्क्रो से अलग हो जाता है. जिसे क्रू मेंबर द्वारा दोबारा लगाया जा सकता है. आपकी समस्या को समीक्षा के लिए संबंधित टीम को भेजा जाएगा. आपकी शिकायत का संज्ञान ले लिया गया है, उम्मीद है कि वे भविष्य में उन्हें बेहतर सेवा देंगे'.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को कार्रवाई करनी चाहिए
बार-बार यात्रा करने वाले व्यवसायी कनिष्क गुप्ता ने कहा कि ऐसी लापरवाही अब आम बात है। उन्होंने बताया कि एक महीने पहले उन्होंने इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली से कनाडा की यात्रा की थी. फ्लाइट में कोई स्क्रीन काम नहीं करते देख वह आश्चर्यचकित रह गई थीं. विमानन विश्लेषक और विशेषज्ञ धैर्यशील वांडेकर का कहना है कि किसी भी परिस्थिति में एयरलाइंस को यात्रियों को टूटी या अनुपयोगी सीटें नहीं देनी चाहिए. इंडिगो एयरलाइन को पहले भी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस संबंध में चेतावनी दी है। इसके बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो डीजीसीए को कार्रवाई करनी चाहिए.