Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

पिता मजदूर, मां मांगती है भीख! कैसे पुलिस वाला बनने की बजाय घुसपैठिया बना अमोल शिंदे

Parliament Security Breach: अमोल के पिता खंडोबा मंदिर में सफाई का काम करते हैं। वो मजदूरी कर अपना गुजर-बसर करते हैं।

Parliament Security Breach: संसद हमले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी अमोल शिंदे मूल रूप से महाराष्ट्र के लातूर जिले का रहने वाला है। जो संसद में स्मोक बम की वारदात को अंजाम देने के लिए कुछ दिन पहले ही दिल्ली गया था। संसद में घुसपैठ करने वाला आरोपी अमोल शिंदे पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। उसका सपना पुलिस में भर्ती होने का था, फिर आखिर कैसे अमोल इस तरह की घटना में शामिल हो गया। पुलिस भर्ती की तैयारी करने के साथ-साथ अमोल शिंदे मजदूरी भी करता था। पुलिस भर्ती की तैयारी के लिए वो रोजाना कई किलोमीटर की दौड़ लगाता था। महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने पुलिस को दिया निर्देश जैसे ही बुधवार दोपहर को खबर आई है संसद हमले का आरोपी अमोल शिंदे का महाराष्ट्र के लातूर से कनेक्शन है, तुरंत महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक्शन में आए उन्होंने तुरंत महाराष्ट्र के डीजीपी से फोन पर बात की और अमोल शिंदे पर जानकारी जुटाने करने का निर्देश दिया। आरोपी अमोल शिंदे के घर पर पुलिस तैनात फिर जांच एजेंसी लातूर पुलिस के साथ अमोल शिंदे के गांव पहुंची। देखते ही देखते लातूर जिले के चाकर तालुका में स्थित नावकुंडाझरी गांव पुलिस की छावनी में तब्दील हो गया। अमोल के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया है। घर के आसपास गांव वालों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी, किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हो क्या रहा है। पुलिस की टीम ने घंटों अमोल शिंदे के घर की तलाशी ली, माता पिता से पूछताछ की। यह भी पढ़ें: संसद पर हमला मामले में आरोपियों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा, भगत सिंह से कनेक्शन आया सामने परिवार को नहीं थी जानकारी पिता ने बताया कि मुझे भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी। पुलिस आई तो पता चला कि संसद की सुरक्षा में सेंधमारी कर अंदर घुसने वाले आरोपियों में उनका बेटा भी शामिल है। पिता धनंजय शिंदे ने बताया कि अमोल 9 तारीख को पुलिस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने की बात कह कर दिल्ली गया था, पता नहीं अब वो जिंदा है कि नहीं। मां का रो-रो कर बुरा हाल वहीं, इस खबर के बाद से ही अमोल शिंदे की मां का रो-रो कर बुरा हाल था। मां ने कहा कि मेरे बेटे की क्या इच्छा है वो एक बार जान लीजिए। उसे नौकरी चाहिए थी, उसका क्या हुआ? मेरा बेटा सही सलामत मेरे पास पहुंचेगा मुझे यही उम्मीद है। खंडोबा मंदिर में सफाई का काम करते हैं पिता अमोल के पिता खंडोबा मंदिर में सफाई का काम करते हैं। वे मजदूरी कर अपना गुजर-बसर करते हैं। मां घर के काम काज देखने के साथ देवी मां के मंदिर में भीख भी मांगती है। अमोल शिंदे 5 भाई बहन है, दो बहनों की शादी हो चुकी है। भाइयों में अमोल सबसे बड़ा है। गांव वाले की माने तो उसने 12वीं तक पढ़ाई की, पुलिस में शामिल होने के लिए कई सालों से प्रयासरत था।


Topics:

---विज्ञापन---