मंत्रालय हर साल बना सकेगा पांच एक्सप्रेस-वे
टोल के वार्षिक पास से सरकार को हर साल एकमुश्त 24,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। सरकार इसका प्रयोग किसी भी काम के लिए कर सकती है। देश का सबसे छोटा एक्सप्रेस-वे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे है, इसकी लंबाई 24.53 किमी है। इसकी लागत 400 करोड़ रुपये आई थी। वहीं नर्मदा एक्सप्रेस-वे 1300 किमी के लिए तैयार किया जा रहा है। इसकी अनुमानित लागत 3100 करोड़ रुपये है। सरकार हर साल ऐसे छोटे-बड़े पांच एक्सप्रेस-वे बनवा सकती है।साल 2025 में ये एक्सप्रेस-वे हो रहे तैयार
| परियोजना | अनुमानित लागत | दूरी |
| द्वारका एक्सप्रेस-वे | 8662 करोड़ रुपये | 29.10 किमी |
| लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे | 4700 करोड़ रुपये | 62.7 किमी |
| अहदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे | 3000 करोड़ रुपये | 109 किमी |
| असम-दरभंगा एक्सप्रेस-वे | 5000 करोड़ रुपये | 230 किमी |
| नर्मदा एक्सप्रेस-वे | 3100 करोड़ रुपये | 1300 किमी |