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Farmers Protest: कीलें-कंक्रीट की दीवार, 3 लेयर सिक्योरिटी; आज दिल्ली कूच करेंगे किसान, रोकने की तैयारी कैसी?

Farmers Protest: हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरनारत पंजाब के किसान आज फिर दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। वहीं पुलिस ने उन्हें रोकने की तैयारी भी पूरी कर रखी है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर से सरकार-पुलिस से किसानों को दिल्ली जाने देने की अपील की है।

किसानों को रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर पुलिस की तैयारी।
Farmers March to Delhi Update: हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरनारत पंजाब के किसान आज फिर दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। वहीं हरियाणा पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने की तैयारी युद्ध स्तर पर कर रखी है। किसानों को शंभू बॉर्डर से ही निकलने नहीं देने के आदेश हैं। इसके चलते अंबाला में धारा 144 और धारा 163 लागू है। 9 दिसंबर तक इंटरनेट सर्विस बंद है। 101 किसानों का जत्था संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले आज दिल्ली जाने के लिए निकलेंगे। किसानों का प्लान दिल्ली पहुंचकर जंतर-मंतर पर धरना देने और संसद का घेराव करने का है, लेकिन आज कूच करने से पहले किसान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मीटिंग करेंगे। अगर मीटिंग में सहमति नहीं बनी तो 101 किसान दिल्ली जाने के लिए निकलेंगे।  

शंभू बॉर्डर पर पुलिस की तैयारी ऐसी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के 8 दिसंबर को दिल्ली कूच के ऐलान के साथ ही हरियाणा पुलिस एक्शन मोड में आ गई। अंबाला, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर, जींद में दाता सिंहवाला बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और सिरसा के डबवाली से लगते पंजाब-राजस्थान बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने शंभू बॉर्डर की सड़कों पर कीलें ठोंक दी हैं। उसके बाद कंक्रीट की दीवार बनाई गई है। इसके बाद बैरियर और ब्रेकर लगे हैं। फिर आंसू गैस को गोलों, वाटर कैनन और दंगा नियंत्रण वाहन के साथ पुलिस बल तैनात है। थ्री लेयर सिक्यारिटी के साथ पुलिस किसानों को शंभू बॉर्ड तक की सीमित करने के लिए तैयार है।  

सरवन सिंह पंधेर का बयान आया सामने

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि आज किसानों के विरोध प्रदर्शन के 300 दिन हो गए हैं। किसान शांतिपूर्ण तरीके से पैदल दिल्ली मार्च करेंगे। सरकार और पुलिस से अपील है कि वह किसानों को दिल्ली जाने दें। केंद्र सरकार से बातचीत करने के लिए कोई मैसेज नहीं मिला। मोदी सरकार बातचीत के मूड में लग भी नहीं रही। 6 दिसंबर को भी किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस से हुई झड़प में 16 किसान घायल हुए। इनमें से 4 किसान अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।  


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