Election Commission Hearing NCP Symbol Sharad Pawar Ajeet: एनसीपी पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर चुनाव आयोग 9 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। इस दिन अजीत पवार गुट अपनी ओर से दलीलें रखेगा। वहीं कल यानी 6 अक्टूबर को हुई सुनवाई में अजीत पवार के दावों को शरद पवार ने काल्पनिक बता दिया था। एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने बताया कि 6 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान शरद पवार भावुक हो गए थे। आव्हाड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी साझा की है।
6 अक्टूबर को हुई थी सुनवाई
आव्हाड ने बताया कि 83 साल के शरद पवार के खिलाफ आरोप लगाए गए तो स्थिति काफी पीड़ादायक थी। बता दें कि इस साल जुलाई में अजीत पवार ने 40 समर्थक विधायकों के साथ पार्टी में बगावत कर दी थी। इसके बाद वे शिवसेना और भाजपा के गठबंधन वाली सरकार का हिस्सा बन गए थे। सरकार में भागीदार बनने से पहले अजीत ने चुनाव आयोग में आवेदन देकर पार्टी और चुनाव चिन्ह पर भी दावा किया था। इसके बाद पवार ने स्वयं को पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया था। इसके बाद आयोग ने शरद पवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। शरद पवार वाले गुट ने बताया कि कुछ लोग महत्वाकांक्षाओं के कारण संगठन से अलग हो गए है।
अजीत पवार को इनका है समर्थन
अजीत पवार ने 30 जून को दिए पत्र में आयोग को कहा कि उन्हें महाराष्ट्र के 53 में से 42, विधान परिषद के 9 में 6 सदस्यों, नागालैंड में पार्टी के सभी 7 विधायकों और लोकसभा-राज्यसभा के एक सदस्य का समर्थन प्राप्त है। सुनवाई के दौरान शरद पवार की ओर वकील अभिषेक मनु सिंघवी आयोग के समक्ष उपस्थित हुए। वहीं अजीत पवार की पैरवी मंनिदर सिंह और एनके कौल कर रहे थे।
पार्टी को अपनी जागीर समझ रहे हैं
आव्हाड ने बताया कि पार्टी सुप्रीमो शरद पवार को चुनाव आयोग कार्यालय में 2 घंटे से अधिक समय बैठे हुए देखना दुखद और आश्चर्यजनक था। अजीत गुट के वकील ने कहा कि शरद पवार पार्टी को अलोकतांत्रिक तरीके से चला रहे हैं। वे पार्टी को अपनी जागीर समझ रहे हैं। मैं आंसुओं में डूबा हुआ था। आव्हाड ने कहा कि जिन लोगों को शरद पवार से हमेशा लाभ मिला वे ऐसा कुछ कह रहे हैं।