Worker Visa Suspesion Impact: अमेरिका के फ्लोरिडा में हुए हादसे के चलते राष्ट्रपति ट्रंप ने कमर्शियल ड्राइवरों को लिए वर्कर वीजा सस्पेंड कर दिया। इस पर पंजाब में कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर अमेरिका की सरकार ने बातचीत करने की अपील की है।
उन्होंने चिट्ठी में लिखा कि फ्लोरिडा में पंजाबी मूल के ट्रक ड्राइवर द्वारा किए गए हादसे के बाद अमेरिका ने कमर्शियल ड्राइवरों के वर्क वीजा रोक दिए। इससे 1.5 लाख पंजाबी ड्राइवरों की रोजी-रोटी पर संकट मंडरा गया है। विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को अमेरिकी सरकार से तुरंत बातचीत करके वीजा बहाल कराना चाहिए। एक घटना के आधार पर पूरी पंजाबी कम्युनिटी को सजा देना गलत है।
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क्यों सस्पेंड किया गया वर्क वीजा?
बता दें कि अमेरिका की ट्रंप सरकार ने 21 अगस्त 2025 को कर्मर्शियल ट्रक ड्राइवरों के लिए वर्कर वीजा H-2B, E-2, और EB-3 देने पर रोक लगा दी है। वीजा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने राष्ट्रीय सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और अमेरिका के ट्रक ड्राइवरों के अधिकार की रक्षा को वीजा सस्पेंड करने की वजह बताया।
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उन्होंने बताया कि गत 12 अगस्त 2025 को फ्लोरिडा टर्नपाइक पर सड़क हादसा हुआ था। एक ड्राइवर हरजिंदर सिंह ने हाईवे के बीचों-बीच गलत तरीके से यू-टर्न लिया और एक कार उसके ट्रक से भिड़ गई। हादसे में 3 लोगों की मौत हुई थी। जांच करने पर पता चला कि वह अवैध तरीके से अमेरिका आया था और उसे अवैध तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया गया था।
इन लोगों ने किया फैसले का समर्थन
बता दें कि H-2B (अस्थायी गैर-कृषि कार्य), E-2 (निवेशक वीजा) और EB-3 (स्थायी नौकरी के लिए ग्रीन कार्ड) सस्पेंड किया गया है। हालांकि मौजूदा वीजा होल्डर्स पर वीजा सस्पेंशन ऑर्डर लागू नहीं होगा, लेकिन नए वीजा जारी नहीं किए जाएंगे और न ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। अमेरिकन ट्रकिंग एसोसिएशन (ATA) और ओनर-ऑपरेटर इंडिपेंडेंट ड्राइवर्स एसोसिएशन (OOIDA) ने ट्रंप सरकार के फैसले का समर्थन किया है।
वहीं कुछ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ट्रंप सरकार ने वर्क वीजा सस्पेंड करने से अमेरिका में ड्राइवरों की कमी हो सकती है। अमेरिका पहले से ही 60 से 80 हजार ड्राइवरों की कमी झेल रहा है। दूसरी और ट्रंप सरकार ने वर्क वीजा सस्पेंड करने के साथ-साथ नॉन-डोमिसाइल्ड CDL (कमर्शियल ड्राइवर लाइसेंस) की जांच करने का आदेश भी दिया है। अप्रैल 2025 में ड्राइवरों के लिए अंग्रेजी की जानकारी अनिवार्य करने का आदेश लागू किया था।