Delhi Meerut Rapid Rail: दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल सेवा जिसे RAPIDX ट्रेन सर्विस के रूप में भी जाना जाता है। इसकी अगले महीने यानी जून में शुरुआत हो जाएगी। पिछले काफी लंबे समय से मेट्रो से भी तेज चलने वाली इस ट्रेन के शुरू होने का इंतजार किया जा रहा था। अब जहां NCRTC (National Capital Region Transport Corporation) जल्द ही दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर परिचालन शुरू करने जा रहा है। यह ट्रेन लोगों को काफी सुविधा प्रदान करेगी। इसमें मेट्रो की ही तरह महिलाओं के लिए स्पेशल सर्विस रहेगी।
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RAPIDX का दूसरा कोच महिलाओं के लिए सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए आरक्षित होगा। आरक्षित कोच में 72 लोगों के बैठने की क्षमता होगी और ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए 10 अतिरिक्त सीटें आरक्षित होंगी।
आरक्षित कोच रखने के पीछे का विचार एक ऐसा वातावरण बनाना है जहां महिलाएं सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने में सुरक्षित महसूस करें, चाहे वह अकेले हों या किसी साथी के साथ।
और क्या मिलेंगी सुविधाएं?
RAPIDX भारत की पहली क्षेत्रीय रेल सेवा है जिसका निर्माण दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर किया जा रहा है। ट्रेन 55 मिनट में 82 किमी की दूरी तय करेगी।
RAPIDX ट्रेन का पहला कोच प्रीमियम कोच होगा। यह कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें आरामदायक कुशन वाली रिक्लाइनिंग सीटें, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग पोर्ट, लगेज रैक और मैगज़ीन होल्डर आदि शामिल हैं।
जरूरतमंद यात्रियों की सहायता के लिए प्रत्येक RAPIDX ट्रेन के प्रीमियम कोच में एक ट्रेन अटेंडेंट तैनात किया जाएगा।
प्रत्येक स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSDs) रहेंगे।
हर स्टेशन पर ट्रेन और लिफ्ट में व्हीलचेयर/स्ट्रेचर के लिए अलग से जगह होगी।
RAPIDX स्टेशन राष्ट्रीय पक्षी से प्रेरणा लेते हुए मोर पंख के नीले और मटमैले रंगों का प्रदर्शन करेंगे।
स्टेशन के प्लेटफॉर्म स्तर पर बिजनेस कोच तक पहुंचने के लिए अलग से डेडिकेटेड ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट लगाए जाएंगे। साधारण कोच चुनने वाले यात्रियों को कॉनकोर्स पर स्थित AFC गेट पर टैप करके प्रवेश करना होगा। यह देश में पहली बार है कि किसी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में डबल-टैप प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है।
दिल्ली मेट्रो और रैपिड रेल की स्पीड
मेट्रो की तरह नजर आने वाली इस रैपिड रेल की स्पीड काफी ज्यादा होगी। इन रैपिड ट्रेनों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है। बताया गया कि ये रेल 60 मिनट में 100 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है। बात दिल्ली मेट्रो की हो तो यह 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है।
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