Delhi Election Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि कांग्रेस को सत्ता में आने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। कांग्रेस ने दिल्ली में हार की हैट्रिक लगाई है। चुनाव परिणाम आने के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
जनादेश को हम स्वीकार करते हैं: राहुल
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं। प्रदेश के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और सभी मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद देते हैं। प्रदूषण, महंगाई, भ्रष्टाचार के विरुद्ध, और दिल्ली की प्रगति और दिल्लीवासियों के अधिकारों की यह लड़ाई जारी रहेगी।"
पार्टी ने सरकार के खिलाफ माहौल बनाया: खड़गे
खड़गे ने भी दिल्ली के जनादेश को स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार के खिलाफ माहौल तो बनाया, लेकिन जनता ने उन्हें जनादेश नहीं दिया। कांग्रेस तीसरी बार भी दिल्ली के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं रही। खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, उनकी पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में कामयाब रही, लेकिन जनता ने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में लाने के लिए जनादेश नहीं दिया। खड़गे ने जनादेश को स्वीकार करते हुए कहा कि कांग्रेस दिल्ली में प्रदूषण, यमुना सफाई, बिजली, सड़क, पानी और विकास के मुद्दों को उठाती रहेगी और जनता से जुड़ी रहेगी।
अभी और भी मेहनत की जरूरत: खड़गे
उन्होंने कहा, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जनता के हित में सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था। लेकिन जनता ने हमें जनादेश नहीं दिया, जैसा कि हम उम्मीद कर रहे थे। हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा, विपरीत परिस्थितियों में कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर काम कर रहा था। लेकिन, अभी भी और कड़ी मेहनत और संघर्ष की जरूरत है।
कांग्रेस ने हार की लगाई हैट्रिक
कांग्रेस को दिल्ली में लगातार तीसरी बार चुनावी हार का सामना करना पड़ा। पार्टी दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में एक भी सीट नहीं जीत पाई और उसे प्रमुख सीटों में भी हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस के वोट शेयर में मामूली सुधार जरूर हुआ लेकिन, उसके 70 में से 67 उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। यह तीसरी बार था, जब कांग्रेस को दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली। इससे पहले 2020 और 2015 के चुनावों में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।