इंडियन आर्मी की ताकत में एक और बड़ा इजाफा हुआ है. अंडमान और निकोबार में मौजूद भारतीय वायुसेना के कार निकोबार एयर बेस पर नया रनवे बनकर तैयार है. जानकारी के मुताबिक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान 2 जनवरी को इस रनवे का इनोग्रेशन करेंगे. भारतीय सेना के लिए ये रनवे क्यों खास है, इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
ये भी पढ़ें: Year Ender 2025: भारतीय सेना का तकनीक, ताकत और रणनीति का साल, हर मोर्चे में भविष्य के लिए तैयार
---विज्ञापन---
रणनीतिक तौर पर खास है ये रनवे
कार निकोबार के नए रनवे से स्ट्रेट ऑफ मलक्का पर फोकस करना बेहद आसान होगा जोकि वर्ल्ड के सबसे बिजी समुद्री बिजनेस रूट में से एक है. नए रनवे पर Su-30MKI फाइटर जेट्स और मिराज विमानों को तैनात किया जाएगा. ये फाइटर जेट्स लोंग रेंज फायरिंग और एयर स्ट्राइक की प्रैक्टिस करेंगे. ये अपग्रेड अंडमान निकोबार में भारतीय सेनाओं की मिसाइल टेस्टिंग एबिलिटी को बढ़ाएगा. विशेषज्ञों के मुताबिक इससे हिंद महासागर में भारत और भी मजबूती से उभरेगा.
---विज्ञापन---
रनवे पर क्या हुआ अपग्रेड?
कार निकोबार एयर बेस के नए रनवे की लंबाई करीब 2717 मीटर और चौड़ाई 43 मीटर है. कंक्रीट से बना ये रनवे भारत की तीनों सीनाओं के लिए अहम है. कार निकोबार एयरबेस से तीनों सेनाएं ऑपरेट कर पाएंगी. एयर फोर्स स्टेशन के अपग्रेडेड रनवे में कई अहम चीजों को शामिल किया गया है. बड़ा एप्रन एरिया बनाया गया है जिससे कि ज्यादा विमान एक साथ खड़े किए जा सकते हैं. रनवे पर एक टैक्सी ट्रैक बनाया गया है, जिसे जरूरत पड़ने पर दूसरे रनवे में तब्दील किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ा इजाफा, 4,666 करोड़ के दो बड़े डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट पर हुए हस्ताक्षर