चेन्नई: चक्रवात मैंडूस ने पूरे तमिलनाडु में तबाही मचाई हुई है। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा, "अब तक चार लोगों और 98 मवेशियों की मौत हुई है। इसके अलावा 181 घरों को नुकसान की सूचना मिली है। उन्होंने कहा "मैंने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है। निगम कर्मियों ने बहुत अच्छा काम किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार चक्रवात अब एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया है। इससे पहले 9 दिसंबर की देर रात चक्रवात मंडूस ने 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ तट को पार करते हुए लैंडफॉल बनाया।
सीएम ने मीडिया में बयान देते हुए आगे कहा कि चक्रवात के कारण चेन्नई में 400 पेड़ उखड़ गए।" बता दें चक्रवात के चलते चेन्नई के कई इलाकों में राज्य की राजधानी और पास के चेंगलपट्टू जिले में जलभराव और तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए। चक्रवात के कारण हुई बारिश से निचले इलाकों में भीषण जलभराव हो गया है। यहां के अरुंबक्कम में एमएमडीए कॉलोनी की सड़कें जलमग्न हो गईं।
उधर, आंध्र प्रदेश में विधायक भूमना करुणाकर रेड्डी सहित युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेताओं और तिरुपति में स्थानीय अधिकारियों ने शनिवार को चक्रवात मैंडूस से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। यहां दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद कुछ रिहायशी इलाकों में जलभराव और पेड़ उखड़ गए। इस दौरान एस बालाचंद्रन, डीडीजीएम, आरएमसी चेन्नई ने कहा, "चक्रवात मैंडूस तट को पार कर गया है। यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिम जिलों के क्षेत्रों में 55-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलेंगी, जो आगे बढ़ेंगी। शाम तक इसे घटाकर 30-40 किमी प्रति घंटा कर दें।"