Priyank Kharge Statement on RSS: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने RSS को लेकर चौंकाने वाली टिप्पणी की हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) जहरीली और राष्ट्रविरोधी मशीनरी है। इसको खत्म कर देना चाहिए। प्रियांक ने कहा कि अगर उन्हें मौका मिलेगा तो वह RSS को खत्म करने के लिए हर तरीके का इस्तेमाल करेंगे। अगर वे सत्ता में आते हैं और उन्हें पॉवर्स मिलती हैं तो वे इस संघ को बैन कर देंगे। क्योंकि इस संघ पर आज तक किसी ने कार्रवाई नहीं की। न ही इस संघ की जांच कराई गई है, पर वे जांच कराएंगे और इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
क्या है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना 99 साल पहले 27 सितंबर 1925 को केशव बलराम हेडगेवार ने की दशहरे के दिन की थी। यह हिंदू राष्ट्रवादी स्वयंसेवी अर्धसैनिक संगठन है। मोहन भागवत मार्च 2009 से RSS के सरसंघचालक है। संघ का प्रारंभिक उद्देश्य हिंदू समुदाय को एकजुट करना है। हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रयास करना है। हिंदू अनुशासन की स्थापना करना है। हिंदू समुदाय को मजबूती प्रदान करने के लिए हिंदुत्व की विचारधारा का प्रचार प्रसार करना है।
बता दें कि संघ पर 99 साल में 3 बार प्रतिबंध लगा चुका है। पहली बार प्रतिबंध साल 1948 में लगा था, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या हुई थी। दूसरी बार प्रतिबंध साल 1975 में लगा था, जब इंदिरा गांधी सरकार ने इमरजेंसी लगाई थी। तीसरी बार प्रतिबंध साल 1992 में लगा था, जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी। अब कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने संघ पर बैन लगाने की बात कही है और बयान दिया है कि अगर वे सत्ता में आए तो संघ को खत्म कर देंगे।
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कौन हैं प्रियांक खड़गे?
प्रियांक मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के सदस्य हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं। कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। प्रियांक कर्नाटक के कलबुर्गी जिले की चित्तपुर विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रह चुके हैं। प्रियांक ने ग्रामीण विकास, पंचायती राज समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। प्रियांक ने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1998 में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के कार्यकर्ता के रूप में की थी। साल 1999 से 2005 तक NSUI में सेवाएं देने के बाद साल 2005 में ही वे कर्नाटक प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव बने।
साल 2007 से 2011 तक कर्नाटक प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव रहे। 2009 का कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चित्तपुर से लड़ा, लेकिन भाजपा के वाल्मीकि नायक से हार गए। 2011 से 2014 तक प्रियांक कर्नाटक प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे। साल 2013 में उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता। उसके बाद से अब तक वे विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं और तीसरी बार विधायक हैं। के लिए चुने गए और लगातार चुनाव जीतते रहे।
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