What is Chinese Visa case in Hindi: तमिलनाडु से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) दो जनवरी को चीनी वीजा जारी करने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले मेंप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। ईडी के पेश होने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने इसे निरर्थक अभ्यास बताया।
कार्ति चिदंबरम ने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है। इसलिए यह नियमित अभ्यास है। मैंने पहले भी कई समन का जवाब दिया है। यह उसी का दोहराव है। बता दें कि कांग्रेस सांसद चिदंबरम आखिरी बार पिछले साल 23 दिसंबर को ईडी के सामने पेश हुए थे।
क्या है चीनी वीजा मामला?
दरअसल, कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने पंजाब में एक बिजली परियोजना पर काम पूरा करने के लिए 263 चीनी नागरिकों को अवैध रूप से वीजा दिलवाया था। इसके लिए उन्होंने 50 लाख रुपये लिए थे। ईडी ने पिछले साल मई में इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
यह भी पढ़ें:हर चार साल बाद 29 दिन की नहीं होती फरवरी, ये कैलकुलेशन हिला देगी आपका दिमागसीबीआई ने कांग्रेस सांसद पर क्या आरोप लगाया?
सीबीआई ने कांग्रेस सांसद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 2011 में गृह मंत्रालय में अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए वर्क परमिट पर लगाई गई लिमिट को विफल करने के लिए सह-अभियुक्तों के साथ साजिश रची।
चार अन्य लोगों पर भी केस दर्ज
सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के अलावा चार अन्य लोगों पर भी केस दर्ज किया है। इसमें कार्ति के चार्टर्ड अकाउंटेंट एस. भास्कररमन, मनसा स्थित निजी कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड के प्रतिनिधि विकास मखरिया और बेल टूल्स, मुंबई के साथ अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति शामिल हैं।
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