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5 बार के विधायक, 2 बार के डिप्टी CM और…जानें छगन भुजबल को फडणवीस कैबिनेट में शामिल कराकर NCP ने क्या खेला दांव?

एनसीपी नेता छगन भुजबल को महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री पद दिया गया है। वे पहले मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे थे। अब उन्हें धनंजय मुंडे की जगह शामिल किया गया है, जिससे उनकी नाराजगी और ओबीसी समीकरण दोनों को साधने की कोशिश मानी जा रही है।

महाराष्ट्र की सरकार में एनसीपी नेता छगन भुजबल की एंट्री हो गई है, उन्हें मंत्री बनाया गया है। सिर्फ एक मंत्री पद की शपथ के लिए राजभवन में कार्यक्रम में आयोजित किया गया। एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को 20 मई को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वे नासिक जिले की येवला सीट से विधायक हैं और ओबीसी समुदाय के एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं।

मंत्री पद से पहले नाराज चल रहे थे भुजबल

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनी सरकार में जब छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाया गया, तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी। कई अहम बैठकों से वे दूरी बनाए हुए थे। उन्होंने कहा था कि उन्हें मंत्री पद से इसलिए दूर रखा गया क्योंकि उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे का विरोध किया था।  नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा था कि "मंत्री पद आते-जाते रहते हैं, लेकिन मुझे खत्म नहीं किया जा सकता"। अब मंत्री बनाए जाने के बाद माना जा रहा है कि उनकी नाराजगी को दूर करने की कोशिश की गई है।

धनंजय मुंडे की जगह ली

छगन भुजबल को एनसीपी कोटे से मंत्री बनाया गया है। वे धनंजय मुंडे की जगह लेंगे, जिन्होंने मार्च में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर इस्तीफा दिया था। हालांकि, उनके इस्तीफे की वजह बीड सरपंच देशमुख की हत्या से जुड़ा विवाद भी बताया गया था। मुंडे के सहयोगी का नाम इस केस में सामने आया था।

जातीय संतुलन साधने की राजनीति

भुजबल ओबीसी समुदाय के बड़े नेता हैं। धनंजय मुंडे भी इसी समुदाय से आते थे। उनके हटने के बाद ओबीसी वोट बैंक में असंतोष उभर सकता था। ऐसे में छगन भुजबल को दोबारा मंत्री बनाकर एक ओर उनकी नाराजगी दूर की गई, वहीं दूसरी ओर ओबीसी समीकरण को भी संतुलित करने की कोशिश की गई है।

छगन भुजबल का राजनीतिक सफर

  • लगातार 5वीं बार येवला से विधायक
  • महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, गृहमंत्री जैसे पदों पर रह चुके हैं
  • 2016 में महाराष्ट्र सदन घोटाले में गिरफ्तार हुए
  • मनी लॉन्ड्रिंग, भ्रष्टाचार केस में 26 महीने जेल में रहे
  • जिस अंडा सेल को उन्होंने गृहमंत्री रहते बनवाया था, उसी में बंद किया गया था

मंत्री बनने के बाद क्या बोले छगन भुजबल?

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनने के बाद छगन भुजबल ने कहा, "जैसा कि कहा जाता है, अगर अंत अच्छा हो तो सब कुछ अच्छा होता है' मैंने गृह मंत्रालय से लेकर हर जिम्मेदारी संभाली है। मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह ठीक रहेगी। यह सीएम का विशेषाधिकार है।"


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