Controversy on film Vyooham : तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने मशहूर फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'व्यूहम' को लेकर तेलंगाना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। नारा लोकेश ने आरोप लगाया है कि इस क्राइम थ्रिलर फिल्म में उनके पिता की छवि खराब करने की कोशिश की गई है।
नारा लोकेश ने अपनी याचिका में हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि इस फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रद्द कर दिया जाए। यह फिल्म एक पुलिस अधिकारी के बारे में है जो साजिशों के जाल के बीच काम करता है। उन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म नायडू की लोकप्रियता कम करने के लिए उनकी छवि को गलत तरीके से पेश करती है।
'जगन मोहन रेड्डी के समर्थन के साथ बनाई गई है यह फिल्म'
टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा ने अपनी याचिका में कहा कि फिल्म के निर्देशक और प्रोड्यूसर ने अपनी हरकतों से चंद्रबाबू नायडू के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया है। नारा ने आरोप लगाया कि यह फिल्म राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के समर्थन के साथ बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि फिल्म को बनाने का उद्देश्य विपक्षी टीडीपी की छवि को नुकसान पहुंचाना है। डायरेक्टर और प्रोड्यूसर पहले ही कई गलत फिल्में रिलीज कर चुके हैं। उन्होंने जगन रेड्डी के सपोर्ट से यह जानते हुए भी फिल्म बनाई कि इससे नुकसान होंगे। हाईकोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगी।
वर्मा ने नारा और नायडू को भी भेजा था प्री रिलीज का न्योता
रामगोपाल वर्मा ने व्यूहम के लिए विजयवाड़ा में इंदिरा गांधी म्युनिसिपल स्टेडियम में भव्य प्री-रिलीज कार्यक्रम आयोजित कराया था। इसमें उन्होंने कॉलेज छात्रों और कपल्स को आमंत्रित किया था। वर्मा ने इस कार्यक्रम के लिए नारा लोकेश, चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण को भी न्योता भेजा था।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री नायडू को एक कथित स्किल डेवलपमेंट मामले में 9 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। वह एक महीने से अधिक समय तक जेल में रहे थे। इसे लेकर जगन मोहन रेड्डी पर राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाया गया था। रेड्डी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि नायडू के खिलाफ आरोपों की जांच केंद्रीय एजेंसियों ने की थी।