West Bengal Panchayat polls: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की वोटिंग से पहले बुधवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने को लेकर भड़की हिंसा की घटनाओं की सीबीआई जांच का निर्देश दिया। साथ ही सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘यदि रक्तपात जारी रहता है तो बंगाल में पंचायत चुनाव रोक दिये जाने चाहिए।’
न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा ने कहा,’ पंचायत चुनावों में इतनी हिंसा। यदि रक्तपात जारी रहता है तो मतदान रोक दिया जाना चाहिए। एक पंचायत चुनाव में इतनी हिंसा। इतना विकार। इतनी सारी झड़पें। यह एक राज्य के लिए शर्म की बात है। इतनी अव्यवस्था क्यों है? राज्य चुनाव आयोग क्या कर रहा है?’
---विज्ञापन---
---विज्ञापन---
दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना में जमकर हिंसा
बंगाल के उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना के भांगर में नामांकन प्रक्रिया के दौरान जमकर हिंसा हुई। इस दौरान चार लोगों की मौत हुई। दक्षिण बंगाल के भांगर में नामांकन के दूसरे दिन इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। इस दौरान बम फेंके गए और फायरिंग हुई। नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन 15 जून को भांगर ब्लॉक 2 के बिजयगंज बाजार में भारी हिंसा हुई। जहां वैन और कारों को आग लगा दी गई। झड़पों में दो लोग एक ISF और एक TMC कार्यकर्ता की मौत हो गई।
उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में वामपंथी कांग्रेस की रैली पर बदमाशों ने फायरिंग कर तीन लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। 15 जून को मुर्शिदाबाद में भी हिंसा हुई। एक स्थानीय टीएमसी नेता घर लौट रहा था, उस पर हमला हुआ। घायल कार्यकर्ता की मौत हो गई। टीएमसी नेता मोजम्मेल शेख पर नबाग्राम में उस समय हमला किया गया जब वह नामांकन पत्र दाखिल कर घर आ रहे थे।
हालांकि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि टीएमसी हिंसा में शामिल नहीं है। लेकिन भाजपा और कांग्रेस हिंसा के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहरा रही हैं।
यह भी पढ़ें: Indigo Delhi-Dehradun Flight: अचानक हवा में फेल हुआ इंडिगो विमान का इंजन, दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग
(Klonopin)