IMD Cyclone Alert : देश में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। एक नया चक्रवाती तूफान आ रहा है, जो कई राज्यों में जमकर तबाही मचाएगी। कहीं भारी बारिश होगी तो कहीं कड़ाके की ठंड पड़ेगी। जहां उत्तरी राज्यों में घना से बहुत घना कोहरा छा रहा है तो वहीं दक्षिणी राज्यों में बादल बरस रहे हैं। इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मूसलाधार बरसात को लेकर चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कि किन-किन राज्यों में बरसेंगे बादल? पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में 23 नवंबर के आसपास लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। इसके बाद यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और फिर अगले 2 दिनों में दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में डिप्रेशन के रूप में तेज हो जाएगा, जिससे दक्षिणी राज्यों में 26 से 28 नवंबर तक जमकर बादल बरसेंगे। यह भी पढे़ं : 55 किमी की स्पीड से चलेंगी तेज हवाएं, इन 11 राज्यों में मचेगी तबाही, फिर आ रहा चक्रवाती तूफान! इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट केरल और माहे में 26-28 नवंबर को एवं आंध्र प्रदेश और यनम में 25-28 नवंबर को भारी बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अगले एक हफ्ते के दौरान हल्की से मध्यम बरसात होती रहेगी। तमिलनाडु, पुडुचेरी में 25 से 28 नवंबर के दौरान भारी वर्षा होने के आसार हैं। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की बारिश हो सकती है और मेघालय में ओलावृष्टि की भी संभावना है। मछुआरों के लिए IMD की चेतावनी जारी आईएमडी ने भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही मछुआरों को समुद्री तटों के पास नहीं जाने की सलाह दी गई है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 25 नवंबर को, दक्षिण अंडमान सागर 26 को, उत्तरी अंडमान सागर और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 24-26 को, श्रीलंका तट पर 25 को और तमिलनाडु तट पर 26 नवंबर को तेज हवाएं चलेंगी। यह भी पढे़ं : धुंध के साथ आ रही भयंकर ठंड, इन 8 राज्यों में होगी भारी बारिश, जानें IMD का लेटेस्ट अपडेट जानें क्या मचेगी तबाही? मौसम विभाग के अनुसार, समुद्री तटों के जिलों में चक्रवाती तूफान जमकर तबाही मचा सकता है, जिससे कई इलाकों में जलभराव हो जाएगा और सड़कों पर जाम लग सकता है। कुछ इलाकों में बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। कच्ची सड़कें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और भूस्खलन हो सकते हैं।