नूंह से शुरू हुई हिंसा गुरुग्राम तक फैली
हिंसा की आग ने कुछ ही देर में पूरे नूंह जिले को अपनी चपेट में ले लिया है। पुराना बस स्टैंड, होटल बाइपास, मेन बाजार, अनाज मंडी पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई है। नूंह शहर के कई इलाकों से धुआं उठता दिखाई थी। नूंह शहर में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की है। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। उपद्रवी गुरुग्राम तक पहुंच गए हैं। और पढ़िए – ट्रेन में 4 हत्याएं करने वाले चेतन ने क्यों लिया मोदी-योगी का नाम? देखें VIDEOतिरंगा पार्क के पास उपद्रवियों ने सबसे पहले किया पथराव
विहिप और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह में बृजमंडल यात्रा निकाली जाती है। नूंह से यह यात्रा शुरू होकर फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में समाप्त होती है। सुबह बजरंग दल और गौरक्षा दल ने यात्रा को रवाना किया था। यात्रा नल्हड़ शिव मंदिर से निकली थी कि तिरंगा पार्क के पास पहुंचने पर एक समूह ने उन पर पथराव कर दिया। इसकी वजह से पूरे इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया। गुस्साई भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस फोर्स भीड़ के आगे बेबस नजर आई। अतिरिक्त पुलिस बल के पहुंचने पर हालात पर काबू पाया गया है। यह भी पढ़ें: Risk of Alcohol: शराब के शौकीन हैं तो संभल जाएं, एक छोटा-सा पैग भी कर देगा भयंकर बीमामोनू मानेसर ने यात्रा में शामिल होने का किया था ऐलान
16 फरवरी को हरियाणा के भिवाणी में बोलेरो से दो जली लाशें बरामद हुई थी। लाशों की शिनाख्त राजस्थान के गोपागढ़ निवासी जुनैद और नासिर के रूप में हुई थी। दोनों की हत्या का आरोप बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर है। वह 5 महीने से फरार है। मोनू मानेसर रविवार को वीडियो जारी कर इस यात्रा में शामिल होने की बात कही थी। उसके ऐलान को लेकर कुछ लोगों में नाराजगी थी। बताया जा रहा है कि लोग यात्रा पर हमले के लिए पहले से तैयार थे।और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
---विज्ञापन---