नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देशभर में 73 हजार कमजोर बूथों की पहचान की है। 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इन बूथों की पहचान की गई है। अब इन बूथों पर पार्टी को मजबूत करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। जो इन बूथों पर पार्टी की वोट संख्या बढ़ाने पर काम करेगी।
जानकारी के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा के नेतृत्व में देश भर में 73 हजार कमजोर बूथों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक समिति का गठन किया है। आगे इन बूथों की संख्या बढ़ाकर एक लाख की जाएगी। जिससे इन जगहों पर पार्टी वोट में इजाफा किया जा सके।
पार्टी नेताओं के मुताबिक अब चिन्हित बूथों की संख्या में वृद्धि के साथ भाजपा की टीमों ने पार्टी को मजबूत करने के लिए ओर बूथों का दौरा करेगी। बूथों को मजबूत करने के लिए सांसदों और विधानसभा सदस्यों के अलावा 40 हजार से अधिक पार्टी कार्यकर्ता जमीन पर काम कर रहे हैं। जहां सांसद और विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं एमएलसी और राज्यसभा सदस्यों को भी ध्यान केंद्रित करने के लिए निर्वाचन क्षेत्र दिए गए हैं।
प्राप्त आंकड़ों को पार्टी के नेताओं को भेजा जाएगा ताकि पार्टी को कमजोर मानी जाने वाली सीटों पर तेजी से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सके। निरंतर संचार और रीयल-टाइम फीडबैक के लिए एक एप्लिकेशन विकसित किया गया है ताकि निर्धारित किए गए लक्ष्यों के बारे में जानकारी अपलोड की जा सके। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कॉल सेंटर स्थापित किए गए हैं, इसलिए जमीनी स्तर पर लोगों को कॉल किया जा सकता है और ऐप पर अपलोड किए गए डेटा को सत्यापित किया जा सकता है।