Congress Bharat Jodo Nyay Yatra Live : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मणिपुर के थौबल जिले से कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू हुई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इंफाल पहुंचने पर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया है। यात्रा शुरु होने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं 2004 से राजनीति में हूं और पहली बार मैंने भारत में एक ऐसी जगह का दौरा किया, जहां शासन का पूरा बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है। 29 जून के बाद मणिपुर, मणिपुर नहीं रहा, वह विभाजित हो गया और हर जगह नफरत फैल गई। लाखों लोगों को नुकसान हुआ।
राहुल गांधी ने कहा कि लोगों ने अपनी आंखों के सामने अपनों को खो दिया और अब तक भारत का प्रधानमंत्री यहां आपके आंसू पोंछने और आपका हाथ थामने नहीं आया। यह शर्मनाक बात है। शायद पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस के लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि मणिपुर बीजेपी की राजनीति का प्रतीक है। मणिपुर बीजेपी और आरएसएस की नफरत का प्रतीक है। मणिपुर भाजपा के दृष्टिकोण और विचारधारा का प्रतीक है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पैदल और बसों से होने वाली है। 6713 किलोमीटर की दूरी तक करते हुए 20 मार्च को मुंबई में इस यात्रा का समापन होगा। इस बीच 67 दिनों तक 100 लोकसभा क्षेत्रों से यह यात्रा गुजरने वाली है। यात्रा में शामिल होने से पहले राहुल गांधी ने खोंगजोम वॉर मेमोरियल का भी दौरा किया है।
यह भी पढ़ें : ‘भारत जोड़ो यात्रा 2.0’ के कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर क्या मायने?भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह न्याय यात्रा नहीं, बल्कि यह राहुल गांधी की 15वीं रीलॉन्च यात्रा है. हाल के विधानसभा चुनाव में हार के बाद यह राहुल की रीब्रांडिंग और रीपैकेजिंग यात्रा है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि हमने देखा है कि पिछली यात्रा के बाद वे 11 में से 8 चुनाव हार गए थे।
कांग्रेस की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाना मकसद है
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह एक वैचारिक संघर्ष है। मकर संक्रांति के मौके पर न्याय के लिए यह यात्रा मणिपुर से शुरू हो रही है। राहुल गांधी की अगुवाई में यह यात्रा पूर्व से पश्चिम यानी मणिपुर से मुंबई तक जाएगी। इस यात्रा का मकसद कांग्रेस की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाना है। इस यात्रा का चुनाव में हार-जीत से कोई मतलब नहीं है।