Assembly Election Result 2023 Complete list: 'गढ़ आया पर सिंह गया!..' ये बात वीर शिवाजी ने जाबांज तानाजी को गंवाने के बाद कही थी। मराठा सेना ने मुगलों से किला तो जीत लिया था, लेकिन शेर जैसा बहादुर तानाजी को गंवा दिया था। चुनावी तस्वीर में देखें तो कांग्रेस के साथ भी कुछ-कुछ इसी तरह की स्थिति हो गई। दक्षिण भारत में शानदार प्रदर्शन करते हुए उसने तेलंगाना फतह कर लिया, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसा मजबूत किला गंवा दिया।
चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में राजस्थान, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में वही हुआ, जिसका अंदाजा तमाम मीडिया लगा रहा था। मध्य प्रदेश में जनता ने शिव को फिर से 'राज' करने जनादेश दे दिया। तो राजस्थान में जनता जर्नादन ने अपनी परंपरा को जारी रखते हुए सत्तापक्ष को 5 साल के बाद विपक्ष में बैठा दिया। बात करते हैं तेलंगाना की, जहां तो कमाल ही हो गया। राज्य बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री रहे के. चंद्रशेखर राव से सत्ता की चाबी छीन ली गई और सौंपी गई कांग्रेस के हाथों में।
उम्मीद की जा रही थी कि विधानसभा चुनावों में स्कोर 2-2 से बराबर रहेगा। लेकिन छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने तमाम अनुमानों को झूठा साबित करते हुए मैच ही पलटकर रख दिया। शुरुआत अंडरडॉग के तौर पर की, लेकिन दोपहर होते-होते जीत का परचम लहरा दिया। मध्य प्रदेश और राजस्थान को लेकर तो पहले ही कयास थे कि यहां इस बार भगवा लहराएगा।
मध्य प्रदेश में शिव का 'राज'
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने फिर से शानदार प्रदर्शन करते हुए 230 में से 165 सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया है।
बड़ी बात रही कि 2018 में बीजेपी को जो मंत्री हारे थे, उनमें से अधिकतर ने फिर से जीत दर्ज कर ली।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज फिर से सीएम बनने का दावा पेश कर दिया।
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पीछे चल रहे हैं।
साल 2018 में हालांकि बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर रही थी। बीजेपी ने 109 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत दर्ज की थी।