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अरुणाचल के पैंगिन में लगे भूकंप के झटके, घरों से निकलकर भागे लोग; रिक्टर स्केल पर इतनी थी तीव्रता

Arunachal Earthquake: अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, आज सुबह लगभग 8:50 बजे अरुणाचल प्रदेश के पैंगिन के उत्तर में भूकंप आया। NCS के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। भूंकप के झटके महसूस होने के बाद स्थानीय लोग […]

बिहार के कई जिलों में भूकंप के झटके लगे हैं।
Arunachal Earthquake: अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, आज सुबह लगभग 8:50 बजे अरुणाचल प्रदेश के पैंगिन के उत्तर में भूकंप आया। NCS के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। भूंकप के झटके महसूस होने के बाद स्थानीय लोग घरों से निकलकर बाहर आ गए। फिलहाल, भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। बता दें कि अरुणाचल के तवांग में 22 जुलाई को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस दौरान रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.3 मापी गई थी।   और पढ़िए –  iPhone खरीदने के लिए कपल ने बेच दिया 8 महीने का बच्चा, हनीमून पर भी गए  

क्यों आता है भूकंप?

सरंचना के मुताबिक, पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। प्लेटों के नीचे तरल पदार्थ है जिस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती है। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकराती और ज्यादा दबाव पड़ने से ये प्लेट्स टूटने भी लगती है। ऐसे में नीचे उत्पन्न हुई उर्जा बाहर निकलने का रास्‍ता खोजती है और जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो भूकंप आता है।

कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक

0 से 1.9- सिर्फ सिस्मोग्राफी से पता चलेगा। 2 से 2.9- हल्के झटके लगते हैं। 3 से 3.9- कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है। 4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं। 5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं। 6 से 6.9- कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है। 7 से 7.9- बिल्डिंग और मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था। 8 से 8.9- बड़ी इमारतें और पुल धाराशायी हो जाते हैं। 9 और उससे ज्यादा– सबसे ज्यादा तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई दिखेगी। जापान में 2011 में सुनामी के दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।


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