Arunachal Pradesh: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को कहा, 'अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न, अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अरुणाल यात्रा पर चीन की आपत्ति को भी खारिज कर दिया। बागची ने कहा कि यात्रा पर आपत्ति तर्क संगत नहीं है। आपत्ति जताने से वास्तविकता बदल नहीं जाएगी।
अरिंदम बागची ने कहा कि हम चीनी अधिकारिक प्रवक्ता की टिप्पणी को पूरी तरह से खारिज करते हैं। भारत के नेता नियमित रुप से अरुणाचल प्रदेश की यात्रा करते हैं, जैसे वे किसी अन्य राज्य में करते हैं।
क्या कहा था चीन ने?
सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि जंगनान (चीन में दक्षिण तिब्बत) चीन का क्षेत्र है। अमित शाह ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा कर बीजिंग की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन किया है। यह सीमा पर शांति के लिए अनुकूल नहीं है।
हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों के नाम कदल दिए थे। जिसका भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पुरजोर विरोध किया था।
सुई की नोंक के बराबर भूमि पर कोई कब्जा नहीं कर सकता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर बसे अंतिम गांव किबिथू पहुंचे। गृह मंत्री रहते शाह की यह पहली यात्रा है। यहां उन्होंने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम और कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
अमित शाह ने कहा कि हमारी सेना और ITBP के वीर जवानों के शौर्य के कारण कोई भी हमारे देश की सीमा को आंख उठा कर नहीं देख सकता। अब वो जमाने चले गए जब कोई भी भारत की भूमि का अतिक्रमण कर सकता था। आज सुई की नोंक के बराबर भूमि पर भी कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता।
मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अरुणाचल प्रदेश में वालांग युद्ध स्मारक पहुंचकर 1962 के युद्ध में जान गंवाले वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्मारक को नमन किया।
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